Biography of Barjor Singh | बरजोर सिंह कौन थे?

By | December 11, 2023
Biography of Barjor Singh
Biography of Barjor Singh

दोस्तों हम यहाँ शेयर करने जा रहे है.1857 ईस्वी के महान क्रांतिकारी बरजोर सिंह जी की जीवनी (Biography of Barjor Singh) और उनसे जुड़े आचर्यजनक तथ्य. मित्रों बरजोर सिंह जी झांसी एवं कालपी के बीच में स्थित बिलिया गड्डी के रहने वाले थे. उन्होंने न केवल अंग्रेजों का सम्मान किया. अपितु जनसंपर्क द्वारा जनता को जागृत करने का भी प्रयास किया. जब झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से कालपी की ओर प्रस्थान किया तो मार्ग में बरजोर सिंह ने उनसे भेंट की. रानी के आदेशा अनुसार इस वीर ने गांव-गांव में घूम घूमकर जनता को जागृत किया. और क्रांतिकारियों की शक्ति को कई गुना बढ़ा दिया.

बरजोर सिंह कौन थे?

दोस्तों बरजोर सिंह जी झांसी एवं कालपी के बीच में स्थित बिलिया गड्डी के रहने वाले थे.1857 के स्वतंत्रता संग्राम में देश की जनता ने भी क्रांतिकारियों को पूरा सहयोग दिया. इस क्रांति में अनेक देश भक्तों ने हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. इनमें से कुछ ऐसे वीर भी थे. जो जीवन पर्यंत अंग्रेजों से संघर्ष करते रहे परंतु अंग्रेजी सरकार उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी ऐसे ही एक योद्धा थे बरजोर सिंह.

बरजोर सिंह और अंग्रेजों के बीच हुए युद्ध में 4 सितंबर 1858 ईस्वी को महू मिलोनी तथा 5 सितंबर को सरावन सहाव की लड़ाई विशेष रूप से उल्लेखनीय है. इन लड़ाइयों में क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए. अंग्रेज शासकों ने उन्हें गिरफ्तार करने एवं मृत्युदंड देने के अनेक प्रयास किए. परंतु वे जीवन पर्यंत अंग्रेजों की पकड़ में नहीं आए. अपने जीवन के अंतिम दिनों में अपनी बहन के पास मध्यप्रदेश में टीकमगढ़ जिले में पलेरा चले गए जहां 1869 ई मे वे परलोक सिधार गए.

Summary

नामबरजोर सिंह
उपनाम
जन्म स्थानउत्तर प्रदेश के जिला जालौन के कोच तहसील के बिलाया
जन्म तारीखसन 1818 ईस्वी
वंशपंवार
माता का नाम
पिता का नामकीरत साहा उर्फ़ रुक्मानन्द
पत्नी का नाम
उत्तराधिकारीचंदरहास
भाई/बहन
प्रसिद्धिस्वतंत्रता सेनानी
रचना
पेशाक्रांतिकारी
पुत्र और पुत्री का नामबेटा चंदरहास और बेटी लालकुँवरि
गुरु/शिक्षकरुक्मानन्द
देशभारत
राज्य क्षेत्रउत्तर प्रदेश/मध्य प्रदेश
धर्महिन्दू
राष्ट्रीयताभारतीय
भाषाहिंदी,कन्नौजी
मृत्यु1869 ई
मृत्यु स्थानमध्यप्रदेश में टीकमगढ़ जिले में पलेरा
जीवन काललगभग 51 साल
पोस्ट श्रेणीBiography of Barjor Singh
Biography of Barjor Singh

1857 ईस्वी की क्रांति में बरजोर सिंह का क्या योगदान था?

बरजोर सिंह ने कालपी की लड़ाई में भाग लिया, परंतु क्रांतिकारियों की पराजय होने से कालपी पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया. तत्पश्चात बरजोर सिंह ने झांसी कालपी मार्ग के प्रमुख ठिकानों के स्वतंत्रता प्रेमियों को संगठित किया. जिसमें अंग्रेजों की नींद हराम हो गई. उन्होंने अपने साथियों गंभीर सिंह तथा देवी सिंह मोठ की सहायता से अंग्रेजों के ठिकानों पर आक्रमण भी किए.

उधर झांसी की रानी ने ग्वालियर पर अधिकार कर के अंग्रेजों को नीचा दिखाया तो इधर बरजोर सिंह ने अंग्रेजों के ठिकानों पर कब्जा करना प्रारंभ कर दिया कालपी के बाद बिलाया गढ़ी में काले खां बरजोर सिंह दौलत सिंह एवं गंभीर सिंह आदि क्रांतिकारी एकत्रित हो गए इसके अतिरिक्त  सेदनगर कोंटरा सवदा एवं भांडरो आदि अनेक स्थानों के क्रांतिकारी भी यहां आ गए जिससे बिलाया गढ़ी क्रांतिकारियों का केंद्र बन गया था.

अंग्रेजो और बरजोर सिंह का सघर्ष?

31 मई 1858 ईसवी में मेजर ओर ने एक विशाल सेना के साथ बिलिया गड्डी पर आक्रमण कर दिया. ब्रिटिश सेना की तोपों ने गढ़ी पर गोलाबारी शुरू की तो बरजोर सिंह घोड़े पर सवार होकर एक ध्वज लेकर अपने साथियों के साथ मैदान में आकर डट गए. युद्ध में क्रांतिकारियों ने अद्भुत वीरता का प्रदर्शन किया. इस युद्ध में अंग्रेजो को रौंदते हुए बरजोर सिंह भी घायल हो गए. इस स्थिति में उनके कुछ साथियों ने घोड़े से उतारकर बेतवा की ओर ले गए. तथा एक साथी मोती गुर्जर ने अपने हाथ में ध्वज लेकर बरजोर सिंह के घोड़े पर बैठकर अंग्रेजों से संघर्ष प्रारंभ कर दिया.

अंग्रेजों को बरजोर सिंह के युद्ध स्थल से जाने की कोई जानकारी नहीं मिली. स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों की सेना से जमकर युद्ध लड़ा परंतु युद्ध में अंग्रेजो को विजय प्राप्त हुई. इस युद्ध में लगभग 150 क्रांतिकारी शहीद हुए अंग्रेजों ने मोती गुर्जर तथा 34 सैनिकों को बंदी बना लिया. मोती गुर्जर को अंग्रेजों ने फांसी के फंदे पर लटका दिया. बरजोर सिंह ने कुछ दिनों में स्वस्थ होने के बाद पुनः अंग्रेज सरकार का विरोध प्रारंभ कर दिया था.

बरजोर सिंह अब तात्या टोपे के दाहिने हाथ बन गए. तात्या के उस क्षेत्र से चले जाने के बाद में उस क्षेत्र में क्रांतिकारी गतिविधियों का संचालन बरजोर सिंह करते रहे. उन्होंने अंग्रेजों से छुटपुट लड़ाइयां लड़ी और अपना संघर्ष जारी रखा 2 अगस्त 1858 को अंग्रेजों ने उन्होंने जालौन के समर्थक शासक को हटा दिया और उस पर अपना अधिकार कर लिया.

Barjor Singh Flag
Barjor Singh Flag

1857 ईस्वी क्रांति के महान वीरों की जीवनी

1857 ईस्वी क्रांति के महान वीरों की गाथा1857 की क्रांति में महान रानियों का योगदान
अजीजन बेगम की जीवनीअकबर खान की जीवनी
अज़ीमुल्लाह खान की जीवनीपृथ्वीराज चौहान III की जीवनी
आनंद सिंह जी की जीवनीअवन्ति बाई लोधी की जीवनी
अमरचंद बांठिया जी की जीवनीस्वामी दयानंद सरस्वती जी की जीवनी
बंसुरिया बाबा की जीवनीतात्या टोपे की जीवनी
मंगल पांडे की जीवनीमहारानी तपस्विनी की जीवनी
बेगम हजरत महल की जीवनीगोविंद गिरि की जीवनी
भास्कर राव बाबासाहेब नरगुंडकर कौन थेकुमारी मैना की जीवनी
महारानी जिंदा कौर की जीवनीवीर सुरेंद्र साय की जीवनी
झलकारी बाई की जीवनीवृंदावन तिवारी की जीवनी
तिलका मांझी की जीवनीसूजा कंवर राजपुरोहित की जीवनी
पीर अली की जीवनीबाबू कुंवर सिंह की जीवनी
ईश्वर कुमारी की जीवनीठाकुर कुशल सिंह की जीवनी
उदमी राम की जीवनीचौहान रानी की जीवनी
जगत सेठ रामजीदास गुड़ वाला की जीवनीजगजोत सिंह की जीवनी
ज़ीनत महल की जीवनीजैतपुर रानी की जीवनी
जोधारा सिंह जी की जीवनीटंट्या भील की जीवनी
ठाकुर रणमत सिंह की जीवनीनरपति सिंह जी की जीवनी
दूदू मियां की जीवनीनाहर सिंह जी की जीवनी
मौलवी अहमदुल्लाह फैजाबादी की जीवनीखान बहादुर खान की जीवनी
गोंड राजा शंकर शाह की जीवनीरंगो बापूजी गुप्ते की जीवनी
Biography of Barjor Singhराजा बलभद्र सिंह की जीवनी
रानी तेजबाई की जीवनीवीर नारायण सिंह जी की जीवनी
वारिस अली की जीवनीवलीदाद खान की जीवनी
झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की जीवनीनाना साहब पेशवा की जीवनी
राव तुलाराम की जीवनीबाबू अमर सिंह जी की जीवनी
रिचर्ड विलियम्स की जीवनीबहादुर शाह ज़फ़री की जीवनी
राव रामबख्श सिंह की जीवनीभागीरथ सिलावट की जीवनी
महाराणा बख्तावर सिंह की जीवनीअहमदुल्लाह की जीवनी
Biography of Barjor Singh

भारत के महान साधु संतों की जीवनी और रोचक जानकारी

भगवान श्री राम की जीवनीभगवान श्री कृष्ण की जीवनी
भीष्म पितामह की जीवनीराधा स्वामी सत्संग इतिहास और गुरु जीवनी
आदिगुरु शंकराचार्य जी की जीवनीकृष्णसखा सुदामा जी की जीवनी
भगवान महादानी राजा बालिक की जीवनीमीराबाई की जीवनी
राजा हरिश्चंद्र जी की जीवनीगौतम बुद्ध की जीवनी
संत झूलेलाल जी की जीवनीगुरु नानक की जीवनी और चमत्कार
महर्षि वाल्मीकि जी की जीवनीश्री जलाराम बापा की जीवनी
संत ज्ञानेश्वर जी की जीवनीरानी पद्मिनी की जीवनी
गुरु गोबिंद सिंह जी की जीवनीपन्ना धाय की जीवनी
भक्त पीपा जी की जीवनीमहाराणा कुंभा की जीवनी
गुरुभक्त एकलव्य जी की जीवनीमहाराणा सांगा की जीवनी
वेद व्यास जी की जीवनीसमर्थ गुरु रामदास की जीवनी
स्वामी हरिदास जी की जीवनीवेदव्यास जी की जीवनी
ठाकुर बिल्वमंगल की जीवनीगुरु अर्जुन देव की जीवनी
चैतन्य महाप्रभु की जीवनीदेवनारायण का जीवन परिचय
महर्षि दधीचि की जीवनीमहर्षि रमण का जीवन परिचय
स्वामी दादू दयाल की जीवनीरंतीदेव जी की जीवनी
संत नामदेव की जीवनीगोविंद गिरि की जीवनी
सन्त एकनाथ की जीवनीसन्त तुकाराम की जीवनी
संत रैदास की जीवनीसंत गुरु घासीदास जी की जीवनी
संत तिरुवल्लुवर की जीवनीसेवा मूर्ति ठक्कर बापा की जीवनी
स्वामी रामतीर्थ जी की जीवनीसंत माधवाचार्य जी की जीवनी
संत वल्लभाचार्य जी की जीवनीमत्स्येंद्रनाथ जी की जीवनी
राजर्षि अंबरीश की जीवनीदिव्यदृष्टा संजय की जीवनी
ठाकुर बिल्वमंगल की जीवनीगुरु तेग बहादुर की जीवनी
सप्तऋषियों की जीवनीमलूकदास जी की जीवनी
निम्बार्काचार्य जी की जीवनीसंत शेख सादी की जीवनी
भक्त प्रह्लाद की जीवनीमहारथी कर्ण की जीवनी
भक्त बालक ध्रुव की जीवनीजिज्ञासु नचिकेता की जीवनी
महारथी कर्ण की जीवनीगुरु भक्त अरुणी की जीवनी
भक्त उपमन्यु की जीवनीकृष्ण सखा उद्धव की जीवनी
महावीर स्वामी की जीवनीओशो की जीवनी

भारत के प्रमुख युद्ध

हल्दीघाटी का युद्धहल्दीघाटी का युद्ध 1576 ईचित्तौड़गढ़ किला
विश्व की प्राचीन सभ्यताएंझेलम का युद्धकलिंग युद्ध का इतिहास
1845 ई. में सिखों और अंग्रेजों का युद्धभारत चीन युद्ध 1962कश्मीर का इतिहास और युद्ध 1947-1948
सोमनाथ का युद्धतराइन का प्रथम युद्धतराइन का दूसरा युद्ध
पानीपत का प्रथम युद्धपानीपत की दूसरी लड़ाईपानीपत की तीसरी लड़ाई 1761 ई
खानवा की लड़ाई 1527नादिरशाह का युद्ध 1739 ईसवीप्लासी का युद्ध 1757 ई
Biography of Barjor Singh

भारत के राज्य और उनका इतिहास और पर्यटन स्थल

जम्मू कश्मीर का इतिहास और पर्यटन स्थलहिमाचल प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थल
पंजाब का इतिहास और पर्यटन स्थलहरियाणा का इतिहास और पर्यटन स्थल
उत्तराखंड का इतिहास और पर्यटन स्थलपश्चिम बंगाल का इतिहास और पर्यटन स्थल
झारखंड का इतिहास और पर्यटन स्थलबिहार का इतिहास और पर्यटन स्थल
उत्तर प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थलराजस्थान का इतिहास और पर्यटन स्थल
मध्य प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थलछत्तीसगढ़ का इतिहास और पर्यटन स्थल
उड़ीसा का इतिहास और पर्यटन स्थलगुजरात का इतिहास और पर्यटन स्थल
Biography of Barjor Singh

FAQs

Q- बरजोर सिंह कौन थे?

Ans- बरजोर सिंह 1857 ईस्वी के महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और तात्या टोपे के साथ मिलकर अंग्रजो से बहुत लड़ाईया लड़ी.

भारत की संस्कृति

One thought on “Biography of Barjor Singh | बरजोर सिंह कौन थे?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *