दोस्तों हम यहाँ शेयर करने जा रहे है महान संत झूलेलाल जी की जीवनी और जीवन परिचय. साथ ही आप जानेगे संत झूलेलाल जी के चम्तकार और और समाजित कार्य का विस्तार पूर्वक वर्ण. Biography of Sant Jhulelal In Hindi तो दोस्तों बने रहे हमारे साथ अंत तक.
Biography of Sant Jhulelal (संत झूलेलाल की जीवनी)
भगवान झूलेलाल जी का जन्म चैत्र शुक्ल द्वितीया संवत 1007 को ठठा नगर (नसरपुर) सिन्ध प्रान्त वर्तमान पाकिस्तान में एक अरोड़वंशी ठक्कर परिवार में जन्म लिया जिसका नाम उदयचंद रखा गया. अपने चमत्कारों के कारण बाद में इनको लालसांई, झूलेलाल, उदेरो लाल,जिन्दा पीर, घोड़ेवारो, पल्लेवारो, ज्योतिनवारो, अमरलाल आदि नाम से जाना जाने लगा. झूलेलाल जी की माता जी का नाम देवकी जी तथा पिता जी का नाम रतनराय था.
पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के निवासी भारत पाकिस्तान के विभाजन के बाद जहां भी निवास करते है उनको सिंधी कहाँ जाता है. संत झूलेलाल जी सिन्धी हिन्दुओं के उपास्य देव हैं जिन्हें ‘इष्ट देव’ कहा जाता है. उनके उपासक उन्हें वरुण (जल देवता) का अवतार मानते हैं. वरुण देव को सागर के देवता, सत्य के रक्षक और दिव्य दृष्टि वाले देवता के रूप में सिंधी समाज इनकी आज भी पूजता है.
Summary
नाम | उदयचंद/संत झूलेलाल |
उपनाम | लालसांई, झूलेलाल, उदेरो लाल,जिन्दा पीर, घोड़ेवारो, पल्लेवारो, ज्योतिनवारो, अमरलाल |
जन्म स्थान | ठठा नगर नसरपुर सिन्ध प्रान्त वर्तमान पाकिस्तान |
जन्म तारीख | चैत्र शुक्ल द्वितीया संवत 1007 |
वंश | अरोड़वंशी |
माता का नाम | देवकी जी |
पिता का नाम | रतनराय |
पत्नी का नाम | — |
पेशा | संत |
बेटा और बेटी का नाम | — |
गुरु/शिक्षक | जल देवता |
देश | अविभाजित भारत |
राज्य छेत्र | सिन्ध प्रान्त |
धर्म | हिन्दू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
मृत्यु | — |
पोस्ट श्रेणी | Biography of Sant Jhulelal In Hindi (संत झूलेलाल की जीवनी) |
संत झूलेलाल के चमत्कार (Miracles of Sant Jhulelal)
उस समय में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मुस्लिम राजा मिरखशाह का राज था. उनकी आये दिन होने वाले उत्पीड़न से वहां के हिन्दू तंग आ गए थे. क्यों की मुस्लिम शाशक मिरखशाह जबरदस्ती सभी को मुस्लिम बना रहे थे. इन सब से तंग आकर वहाँ के लोगो ने वरुण देवता की 40 दिन तक तपस्या की तो आकाशवाणी हुई. और उनको पता चला संत झूलेलाल जी का जन्म माँ देवकी पिता रतनराय के घर होगा.
यह बात हिन्दुओं ने जाकर बादशाह से कहा कि ”वे उन्हें सात दिनों का समय सोचने के लिए दें; क्योंकि उनके एक संत का जन्म होने वाला है ”. उसके बाद वे मुस्लिम बन जायेगे. य बात सुनकर वो मुस्लिम राजा हँसा और उनको 7 दिन का समय दे दिया. समय बीतता गया और 7 दिन में झूलेलाल जी एक पुरे मानुस का रूप ले चुके थे. और उसके बाद झूलेलाल ने कहा: “बादशाह को यह समझा दें कि हिन्दू धर्म के विरुद्ध कोई ऐसा कार्य न करे.” बादशाह ने उलटे झूलेलाल को लड़ने हेतु चुनौती दे डाली. बादशाह उनके अलौकिक स्वरूप को देखकर दंग रहगया. उसने देखा कि झूलेलाल नीले घोड़े पर अपने साजो-सामान सहित सुसज्जित हैं.
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झूलेलाल जी के उपदेश मुस्लिम शासक पर बेअसर
झूलेलाल जी के उपदेशों और बातो का बादशाह पर कोई असर नहीं हुआ और उसने संत झूलेलाल को कैद कर लिया. झूलेलाल ने जेल में कैद सभी हिन्दुओं को आजाद कराया और स्वयं भी पुगर नाम के भक्त को लेकर नदी किनारे चले गये. क्षणभर में वहां सुन्दर दिव्य मन्दिर बना डाला, जिसमें सुन्दर रत्नजडित हिंडोला {झूला} झूल रहा था और उसमें झूल रहे थे: भगवान् झूलेलाल.
बादशाह ने जब जेल खाली देखा, तो हिन्दुओं से कहा: ”तुम्हारा पैगम्बर भाग गया है. अत: तुम सभी मुस्लिम बन जाओ. लोगों ने पुन: सिन्धु नदी के तट पर जाकर देखा, तो पाया कि झूलेलाल तो सोने के सिंहासन पर मखमली गद्दे पर विराजमान एक हाथ में धर्मध्वजा और दूसरे हाथ में गीता लेकर उसका पाठ कर रहे हैं.
लोगों की भीड़ देखकर झूलेलाल जी ने कहाँ जाओ अग्निदेव व पवनदेव शासक मिरखशाह के साम्राज्य को जला दो. डरकर शासक मिरखशाह रोता-गिड़गिड़ाता, रहम की भीख मांगता हुआ झूलेलाल भगवान् के चरणों पर गिरकर अपने किये की माफी मांगने लगा. उसे शरणागत पाकर भगवान झूलेलाल ने अग्नि और पवन को शान्त कर दिया. मुस्लिम शासक मिरखशाह को यह नसीहत दी कि मजहबी पाबन्दी छोड़ दो. ईश्वर ने जिसे जिरा धर्ग में जन्म दिया है, उसी का पालन करने दो. हिन्दू और मुसलमानों को एक ही समझो. शासक मिरखशाह ने हाथ जोड़कर कहा: ”हे पीरों के पीर, जिंदह पीर आपके चरणों में मेरा अनन्त बार नमस्कार है. और इस प्रकार हिन्दुओ ने एक अत्याचारी राजा से छुटकारा पाया था.
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FAQs
Ans- झूलेलाल जी की माता का नाम देवकी जी था.
The tourism department of India
Author Note- दोस्तों में संदीप कुमार उम्मीद करता हूँ Biography of Sant Jhulelal In Hindi का यह लेख आपकों अच्छा लगा होगा. इस लेख में हमने संत झूलेलाल की जीवनी जीवन परिचय और चम्तकार की जानकारी दी हैं. Biography of Sant Jhulelal In Hindi कैसी लगी कमेंट कर अपनी राय जरुर दे, साथ ही आपकों हमारा लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे.