दोस्तों हम यहाँ शेयर करने जार है, भारत की राष्ट्रपति व NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीवनी (Biography Of Draupadi Murmu) और उनसे जुड़ी रोचक और अद्भुत जानकारी. तो दोस्तों चलते है और जानते है, भारत के पहले व्यक्ति, भारत के राष्ट्रपति की रोचक जानकारी. दोस्तों जैसा आपको पता ही है, भारत का राष्ट्रपति भारत की तीनो सेनाओं का अध्यक्ष होता है. और भारत का प्रथम नागरिक भी. 21-जुलाई-2022 को आये परिणाम में द्रौपदी मुर्मू 15वी राष्ट्रपति चुनी गयी है. उन्होंने विपक्ष के यशवंत सिन्हा को हराया है.
दोस्तों द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा से आदिवासी समुदाय से आती है, भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर. एक आदिवासी महिला को भारत का राष्ट्रपति होने की मोहर लगा दी है. ये पहला मौका होगा जब भारत की राष्ट्रपति एक आदिवासी महिला होगी.
द्रौपदी मुर्मू कौन है?
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू भारत की भावी राष्ट्रपति है. पूर्व में द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला और आदिवासी राज्यपाल थीं. द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है. आप आदिवासी संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं. द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था. दंपति के दो बेटे और एक बेटी हुई. लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही उन्होंने पति और अपने दोनों बेटों को खो दिया था. घर चलाने और बेटी को पढ़ाने के लिए द्रौपदी मुर्मू ने एक टीचर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. और फिर उन्होंने ओडिशा के सिंचाई विभाग में एक कनिष्ठ सहायक यानी क्लर्क के पद भी नौकरी की थी.
Summary
नाम | द्रौपदी मुर्मू |
उपनाम | भारत की राष्ट्रपति, झारखण्ड की राज्यपाल |
राष्ट्रपति | भारत (15वि राष्ट्रपति) |
जन्म स्थान | ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव |
जन्म तारीख | 20 जून 1958 |
वंश | सांथाल जनजाति |
माता का नाम | — |
पिता का नाम | बिरंची नारायण टुडू |
पति का नाम | श्याम चरण मुर्मू |
पेशा | टीचर, क्लर्क, राज्यपाल |
बेटा और बेटी का नाम | इतिश्री मुर्मु |
गुरु/शिक्षक | — |
कौनसे राष्ट्रपति | 15वि राष्ट्रपति |
देश | भारत |
राज्य छेत्र | उड़ीसा |
धर्म | हिन्दू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
मृत्यु | — |
पोस्ट श्रेणी | Biography Of Draupadi Murmu (द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय) |
द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक जीवन
आदिवासी संथाल समुदाय में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव जीत का आगाज किया था. और आगे बढ़ते-बढ़ते 2000 में बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री पर आसीन हुई. उसके बाद मुर्मू जी ने भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया. साथ ही वह भाजपा की आदिवासी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी रहीं.
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले की रायरंगपुर सीट से 2000 और 2009 में बीजेपी के टिकट पर दो बार विधायक बनीं और गठबंधन सरकार में मंत्री भी रही. ओडिशा में नवीन पटनायक के बीजू जनता दल और भाजपा गठबंधन की सरकार में द्रौपदी मुर्मू को 2000 और 2004 के बीच वाणिज्य, परिवहन और बाद में मत्स्य और पशु संसासंसाधन विभाग में मंत्री बनाया गया था. हाल ही में NDA की तरफ से राष्ट्रपति की उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की है. द्रौपदी मुर्मू भारत की १५वी राष्ट्रपति चुनी गयी है.
द्रौपदी मुर्मू झारखंड राज्यपाल कब बनी?
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनने का खिताब भी द्रौपदी मुर्मू के नाम रहा. साथ ही वह किसी भी भारतीय राज्य की राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी हैं. द्रौपदी मुर्मू मई 2015 में झारखंड की 9वीं राज्यपाल बनाई गई थीं. उन्होंने सैयद अहमद की जगह ली थी. झारखंड हाईकोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस चीफ जस्टिस वीरवीरेंद्र सिंह ने द्रौपदी मुर्मू को राज्यपाल पर की शपथ दिलाई थी. अगर द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बनती हैं, तो वह ओडिशा से देश की राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी शख्स होंगी. पता हो कि द्रौपदी मुर्मू से पहले ओडिशा से वीवी गिरी देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं.
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला और आदिवासी राज्यपाल थीं. यहां से सेवानिवृति के बाद वे अपने गृह राज्य ओड़िशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में रहती हैं. यह उनके पैतृक गांव बैदापोसी का प्रखंड मुख्यालय है. वे झारखंड में सबसे लंबे वक़्त छह साल से कुछ अधिक वक़्त तक राज्यपाल रहीं थी.
क्या भारत की अगली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू है?
ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन NDA राष्ट्रपति चुनाव में अपने बहुमत के आस पास है. भारत के राष्ट्रपति चुनाव में 29 जून तक नामांकन, 18 जुलाई को मतदान और 21 जुलाई को नतीजाआये है. सत्ताधारी बीजेपी के अगुआई वाला गठबंधन एनडीए और विपक्ष ने राष्ट्रपति उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी. जिसमे द्रौपदी मुर्मू ने जीत हासिल की है.
विपक्षी पार्टियों ने यशवंत सिन्हा को इस पद के लिए चुनाव मैदान में उतारा था. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के पूर्व अधिकारी यशवंत सिन्हा झारखंड की हजारीबाग सीट से बीजेपी के लोकसभा सांसद रह चुके हैं, और केंद्र सरकार के वित्त मंत्री भी. वे लंबे वक्त तक बीजेपी के ही नेता रहे, लेकिन हाल के वर्षो में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ लगातार मुखर होते चले गए और अंततः बीजेपी से अलग होना पड़ा.
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FAQs
Ans- द्रौपदी मुर्मू मई 2015 में झारखंड की 9वीं राज्यपाल बनी थी.
Ans- ओडिशा के मयूरभंज जिले की द्रौपदी मुर्मू भारत की 15 वी राष्ट्रपति चुनी गयी है.