Radhasoami Samadh Agra | राधास्वामी समाध आगरा

By | August 1, 2023

दोस्तों हम यहाँ शेयर करने जा रहे है, Radhasoami Samadh Agra जिसको स्थानिय लोग आगरा का दूसरा ताजमहल की संज्ञा देते है. तो दोस्तों चलते है और जानते है राधास्वामी समाधि की वो रोचक जानकारी जिसके बारे में आज से पहले शायद ही आपको मालूम होगी. तो दोस्तों स्वामीबाग समाध (मंदिर) की रोचक जानकारी के लिए बने रहे हमारे साथ अंत तक. क्यों की हम यहाँ शेयर करने वाले है, Radh Soami Samadh Swami bagh Agra. Radhasoami Samadhi Swami Bagh Agra Kab Bana Shuru Hui. Or Radhasoami Samadh Agra Kab tak Ban Jayegi. और दोस्तों साथ ही जानेंगे राधास्वामी समाधि आगरा कौन से गुरु की समाधी पर बनी हुई है. तथा साथ ही जानगे राधा स्वामी समाधा पर कितना खर्चा आएगा. और राधा स्वामी समाधा में संगमर का पत्थर कहाँ का लगा है.

राधास्वामी समाध स्वामी बाग आगरा का इतिहास

राधास्वामी सत्संग के अनुयाइयों की आस्था का मंदिर स्वामीबाग समाध (मंदिर) राधा स्वामी सत्संग के प्रथम आचार्य परम पुरुष पूरन धनी स्वामी जी महाराज की समाधी पर काम 1905 से शुरू हुआ था. जो लगभग 113 वर्षों की कड़ी मेहनत के निर्माण के बाद दुनिया के सात अजूबों की तरह अद्भुत और सुंदर इमारत तैयार हुआ है. यह एक अद्भुत सह-घटना है कि 31 अगस्त से 6 सितंबर- 2018 की अवधि के दौरान आगरा में 200 साल के भव्य द्विशताब्दी (1818 – 2018) उत्सव के समय में स्वामीबाग समाध (सत्संग भवन) का निर्माण 2018 में पूरा हुआ. स्वामीबाग समाध (संत सत गुरु अवशेष-अवशेष-शरीर के अवशेष यहां राख-“रज्ज”-प्राचीन हिंदू परंपराओं और पौराणिक कथाओं के अनुसार अग्नि दाह संस्कार के अवशेष) की तरह विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक विरासत “ताज महल” की तरह एक इमारत है.

स्वामीबाग समाध (मंदिर) आगरा, सफेद संगमरमर के पत्थर में आंखों के कैशिंग जड़ना और नक्काशी के काम के साथ एक सुंदर स्माइट्रिकल इमारत. यह सफेद संगमरमर के पत्थर में एक बेहतरीन अद्भुत वास्तुशिल्प डिजाइन है जिसका काम 113 वर्षों के बाद 2018 में पूरा हुआ है. “राधास्वामी सत्संग के अनुयायियों ने संस्थापक और प्रथम संत सत गुरु स्वामी जी महाराज की 200वीं जयंती 2018 में बड़ी खुशी के साथ मनाई. दोस्तों स्वामीबाग समाध (मंदिर) आगरा भारत की सौ साल पुरानी विरासत की एक अद्भुत सचित्र और ऐतिहासिक कला कृति है.

राधा स्वामी सत्संग और गुरु जीवनी

Summary

नामराधास्वामी समाध आगरा
उपनामस्वामीबाग समाध (मंदिर)
मंदिर का नामराधा स्वामी मंदिर
मंदिर स्थानदयालबाग, आगरा
धर्महिन्दू सूफी (हिन्दू राधा स्वामी)
मंदिर का पतापोइया घाट रोड, स्वामीबाग, दयालबाग, आगरा, उत्तर प्रदेश 282005
भगवान/देवतापरम पुरुष पूरन धनी स्वामी जी महाराज
मंदिर शैलीभारतीय और मुगलकालीन शैली
प्रसिद्धआगरा का दूसरा ताजमहल
स्थापित1905 ईस्वी
आधिकारिक वेबसाइटhttp://www.radhasoamisatsang.net/
ईमेल आईडी
संपर्क संख्या
देशभारत
राज्य/संघ राज्य क्षेत्रउत्तर प्रदेश
जिलाआगरा
पोस्ट श्रेणीRadhasoami Samadh Agra (राधास्वामी समाध आगरा)
Radhasoami Samadh Agra

राधास्वामी समाध कलश और उसकी विशेषता

मित्रों साल 1928 में इस कलश का डिजाइन बनकर तैयार किया गया था, जिसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया. इस कलश को सात हिस्सों में बनाया गया है, पूरे कलश का वजन करीब पांच टन है जिसमें तांबा धातु का प्रयोग हुआ है. तांबे के कलश के बीचोबीच स्टेनलेस स्टील की मोटी छड़ गुंबद के ऊपर लगाई गई है, जिसमें यह कलश पिरोया गया है. बताया गया है कि तांबे के बने कलश के ऊपर 6 माइक्रोन की सोने की परत चढ़ाई गई है. इसमें 155 किग्रा सोना लगा है. समाधि की जमीन से ऊंचाई 192.4 फुट हो गई है, जो आस पास के स्मारकों से काफी बड़ी है और दूर से दिखाई देती है.

स्वामी बाग राधास्वामी समाध में क्या खास है?

दोस्तों ये समाध राधा स्वामी सत्संग के प्रथम आचार्य परम पुरुष पूरन धनी स्वामी जी महाराज की समाधी पर स्थित है. यह पवित्र समाधि है, जिसे स्वामीबाग समाध कहते हैं. बाहर से आने वाले स्वामीबाग समाध, राधास्वामी मंदिर भी कहते हैं. आगरा के दयालबाग क्षेत्र में स्थित इस पवित्र समाधि में बहुत कलात्मक है, पच्चीकारी, नक्काशी जो आगरा के ताज में से कई गुना अच्छी है. दोस्तों इस मंदिर पर संगमरमर बनी कलाकारी दुनिया और कही नहीं मिलेगी. दोस्तों अगर आप आगरा आयें और राधास्वामी समाध न देखें तो आपका आगरा घूमना अधूरा ही समझो. तो मित्रों आप जब भी आगरा आयें तो आप समाधि (मंदिर) में मत्था टेकें और इस समाधी की सुंदरता को जरूर देखें.

भारत के महान साधु संतों की जीवनी और रोचक जानकारी

भगवान श्री राम की जीवनीभगवान श्री कृष्ण की जीवनी
भीष्म पितामह की जीवनीराधा स्वामी सत्संग इतिहास और गुरु जीवनी
आदिगुरु शंकराचार्य जी की जीवनीकृष्णसखा सुदामा जी की जीवनी
भगवान महादानी राजा बालिक की जीवनीमीराबाई की जीवनी
राजा हरिश्चंद्र जी की जीवनीगौतम बुद्ध की जीवनी
संत झूलेलाल जी की जीवनीगुरु नानक की जीवनी और चमत्कार
महर्षि वाल्मीकि जी की जीवनीश्री जलाराम बापा की जीवनी
संत ज्ञानेश्वर जी की जीवनीरानी पद्मिनी की जीवनी
गुरु गोबिंद सिंह जी की जीवनीपन्ना धाय की जीवनी
भक्त पीपा जी की जीवनीमहाराणा कुंभा की जीवनी
गुरुभक्त एकलव्य जी की जीवनीमहाराणा सांगा की जीवनी
वेद व्यास जी की जीवनीसमर्थ गुरु रामदास की जीवनी
स्वामी हरिदास जी की जीवनीवेदव्यास जी की जीवनी
ठाकुर बिल्वमंगल की जीवनीगुरु अर्जुन देव की जीवनी
चैतन्य महाप्रभु की जीवनीदेवनारायण का जीवन परिचय
महर्षि दधीचि की जीवनीमहर्षि रमण का जीवन परिचय
स्वामी दादू दयाल की जीवनीरंतीदेव जी की जीवनी
संत नामदेव की जीवनीगोविंद गिरि की जीवनी
सन्त एकनाथ की जीवनीसन्त तुकाराम की जीवनी
संत रैदास की जीवनीसंत गुरु घासीदास जी की जीवनी
संत तिरुवल्लुवर की जीवनीसेवा मूर्ति ठक्कर बापा की जीवनी
स्वामी रामतीर्थ जी की जीवनीसंत माधवाचार्य जी की जीवनी
संत वल्लभाचार्य जी की जीवनीमत्स्येंद्रनाथ जी की जीवनी
राजर्षि अंबरीश की जीवनीदिव्यदृष्टा संजय की जीवनी
ठाकुर बिल्वमंगल की जीवनीगुरु तेग बहादुर की जीवनी
सप्तऋषियों की जीवनीमलूकदास जी की जीवनी
निम्बार्काचार्य जी की जीवनीसंत शेख सादी की जीवनी
भक्त प्रह्लाद की जीवनीमहारथी कर्ण की जीवनी
भक्त बालक ध्रुव की जीवनीजिज्ञासु नचिकेता की जीवनी
महारथी कर्ण की जीवनीगुरु भक्त अरुणी की जीवनी
भक्त उपमन्यु की जीवनीकृष्ण सखा उद्धव की जीवनी
महावीर स्वामी की जीवनीओशो की जीवनी
Radhasoami Samadh Agra

1857 ईस्वी क्रांति और उसके महान योद्धाओ की जीवनी एवं रोचक जानकारी

1857 ईस्वी क्रांति के महान वीरों की गाथा1857 की क्रांति में महान रानियों का योगदान
अजीजन बेगम की जीवनीअकबर खान की जीवनी
अज़ीमुल्लाह खान की जीवनीपृथ्वीराज चौहान III की जीवनी
आनंद सिंह जी की जीवनीअवन्ति बाई लोधी की जीवनी
अमरचंद बांठिया जी की जीवनीस्वामी दयानंद सरस्वती जी की जीवनी
बंसुरिया बाबा की जीवनीतात्या टोपे की जीवनी
मंगल पांडे की जीवनीमहारानी तपस्विनी की जीवनी
बेगम हजरत महल की जीवनीगोविंद गिरि की जीवनी
भास्कर राव बाबासाहेब नरगुंडकर कौन थेकुमारी मैना की जीवनी
महारानी जिंदा कौर की जीवनीवीर सुरेंद्र साय की जीवनी
झलकारी बाई की जीवनीवृंदावन तिवारी की जीवनी
तिलका मांझी की जीवनीसूजा कंवर राजपुरोहित की जीवनी
पीर अली की जीवनीबाबू कुंवर सिंह की जीवनी
ईश्वर कुमारी की जीवनीठाकुर कुशल सिंह की जीवनी
उदमी राम की जीवनीचौहान रानी की जीवनी
जगत सेठ रामजीदास गुड़ वाला की जीवनीजगजोत सिंह की जीवनी
ज़ीनत महल की जीवनीजैतपुर रानी की जीवनी
जोधारा सिंह जी की जीवनीटंट्या भील की जीवनी
ठाकुर रणमत सिंह की जीवनीनरपति सिंह जी की जीवनी
दूदू मियां की जीवनीनाहर सिंह जी की जीवनी
मौलवी अहमदुल्लाह फैजाबादी की जीवनीखान बहादुर खान की जीवनी
गोंड राजा शंकर शाह की जीवनीरंगो बापूजी गुप्ते की जीवनी
बरजोर सिंह की जीवनीराजा बलभद्र सिंह की जीवनी
रानी तेजबाई की जीवनीवीर नारायण सिंह जी की जीवनी
वारिस अली की जीवनीवलीदाद खान की जीवनी
झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की जीवनीनाना साहब पेशवा की जीवनी
राव तुलाराम की जीवनीबाबू अमर सिंह जी की जीवनी
रिचर्ड विलियम्स की जीवनीबहादुर शाह ज़फ़री की जीवनी
राव रामबख्श सिंह की जीवनीभागीरथ सिलावट की जीवनी
महाराणा बख्तावर सिंह की जीवनीअहमदुल्लाह की जीवनी
Radhasoami Samadh Agra

भारत के प्रमुख युद्ध

हल्दीघाटी का युद्धहल्दीघाटी का युद्ध 1576 ईचित्तौड़गढ़ किला
विश्व की प्राचीन सभ्यताएंझेलम का युद्धकलिंग युद्ध का इतिहास
1845 ई. में सिखों और अंग्रेजों का युद्धभारत चीन युद्ध 1962कश्मीर का इतिहास और युद्ध 1947-1948
सोमनाथ का युद्धतराइन का प्रथम युद्धतराइन का दूसरा युद्ध
पानीपत का प्रथम युद्धपानीपत की दूसरी लड़ाईपानीपत की तीसरी लड़ाई 1761 ई
खानवा की लड़ाई 1527नादिरशाह का युद्ध 1739 ईसवीप्लासी का युद्ध 1757 ई
Radhasoami Samadh Agra

भारत के राज्य उनका इतिहास और घूमने लायक जगह

जम्मू कश्मीर का इतिहास और पर्यटन स्थलहिमाचल प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थल
पंजाब का इतिहास और पर्यटन स्थलहरियाणा का इतिहास और पर्यटन स्थल
उत्तराखंड का इतिहास और पर्यटन स्थलपश्चिम बंगाल का इतिहास और पर्यटन स्थल
झारखंड का इतिहास और पर्यटन स्थलबिहार का इतिहास और पर्यटन स्थल
उत्तर प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थलराजस्थान का इतिहास और पर्यटन स्थल
मध्य प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थलछत्तीसगढ़ का इतिहास और पर्यटन स्थल
उड़ीसा का इतिहास और पर्यटन स्थलगुजरात का इतिहास और पर्यटन स्थल
Radhasoami Samadh Agra

FAQs

Q- राधा स्वामी समाधि मंदिर (समाध)कहाँ स्थित है?

Ans- राधा स्वामी समाध आगरा के न्यू आगरा दयालबाग़ क्षेत्र में स्थित है.

Q-राधा स्वामी समाध कब बनना शुरू हुई थी?

Ans- राधा स्वामी समाधि 1905 में बनना शुरू हुई थी.

Q-आगरा का दूसरा ताजमहल किस को कहते है?

Ans-राधा स्वामी समाधि दयालबाग को ही आगरा का दूसरा ताजमहल कहते है.

Note- इस आर्टिकल में दर्ज जानकारी हमने ऑनलाइन वेबसाइट समाचार पत्रों और स्थानिये लोगो से लेकर शेयर की गयी है. फिर भी किसी भी प्रकार की लेखन त्रुटि और समाध की जानकारी में कुछ अलग पाया जाता है तो, इसके लिए आपको समाध के ट्रस्ट से सही जानकारी लेनी चाहिए.

Uttar Pradesh Tourism Department

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *