Advantages and disadvantages of salt!. Namak Salt ke Fayde Or Nuksan. दोस्तों हम आपको बताने जा रहे है कौन सा नमक आपके स्वास्थ्य लिए फायदेमंद रहता है और कौन सा नमक नुकसान करता है. और कितना नमक खाने से स्वास्थ्य सही रहता है और कितना खाने से नुकसान. नमक खान पान में कब से शामिल हुआ. और नमक क्या कभी सोने से महंगा था?. नमक की चोरी क्यों नहीं होती?. नमक कितने प्रकार के होते?. सेंधा नमक में कौन सा खनिज होता है?. लाहौरी नमक के फायदे. सेंधा नमक में आयोडीन पाया जाता है क्या?. हमें क्यों आयोडीन युक्त नमक खाना चाहिए?. ज्यादा आयोडीन खाने से क्या होता है?. ऐसे तमाम बातो के उतर के लिए आप हमारे इस पेज को अंत तक पढ़े.
Discovery and history of salt (नमक की खोज और का इतिहास)
दोस्तों नमक जैसे हमारे खाने के स्वाद को तीखा और मजेदार बनाता, वैसे ही नमक का इतिहास भी थोड़ा मजेदार रहा है. नमक की खोज का श्रेय चीन के लोगों को जाता है. विभिन्न स्रोतों से पता चलता है की चीन के लोग झरनो से गिरने वाले पानी को एकीकृत कर उसको गरम करके नमक बनाते थे. वेनिस के प्रसिद्ध यात्री मार्को पोलो 700-800 वर्ष पूर्व जब चीन गए थे. उनोने देखा की तिब्बत के लोग नमक के पैकेट का उपयोग पैसे की जगह करते थे. ये देख मार्को पोलो बहुत आश्चर्यचकित हुए थे.
दोस्तों बहुत पहले रोमन सोल्जर्स यानि सिपाहियों को वेतन में पैसे नहीं, बल्कि नमक दिया जाता था. है न आश्चर्यचकित करने वाली बात, Soldier शब्द ही रोमन शब्द “saldair” से आया है, जिसका मतलब होता है ‘(to give salt) नमक देना’. लैटिन शब्द ‘सेलेरियम’ का भी मतलब है “सॉल्ट मनी”.
नमक का पहला लिखित प्रमाण नौकरी की पुस्तक ( Book of Job ) में पाया गया है, जो 2,250 ईसा पूर्व लिखित प्रमाण है. बुक ऑफ़ जॉब अय्यूब के द्वारा लिखित यह पुस्तक हिब्रू बाइबिल की एक पुस्तक है. यह थियोडिसी की समस्या को संबोधित करता है, जिसका अर्थ है कि भगवान दुनिया में बुराई की अनुमति क्यों देते हैं.
उतर भारत में नमक को लूण भी कहते है.
राधा स्वामी सत्संग गुरु जीवनी और इतिहास
Summary
नाम | नमक/salt/Namak Salt |
उपनाम | लूण, सेंधा नमक, काला नमक/Namak Salt |
कौन सा नमक सबसे अच्छा होता है? | सेंधा नमक |
सॉल्ट मनी क्या है? | पहले रोमन सिपाहियों को वेतन में पैसे नहीं, बल्कि नमक दिया जाता था |
नमक की उत्पत्ति कहाँ हुई थी? | चीन |
सिन्धा नमक सबसे ज्यादा कहां होता है? | पाकिस्तान |
नमक क्या कभी सोने से महंगा था?
When and by whom was salt discovered and why?-दोस्तों कहा जाता है एक समय नमक आज के सोने की तरह था. पूरी दुनिया में सबसे महँगी चीज़ नमक थी. दुनिया के बड़े बड़े राजाओ की इनकम का स्रोत नमक ही था. भारत का और दुनिया का व्यापार नमक और मसालों से शुरू हुआ था. दोस्तों भारत से अरब, अफ्रीका, यूरोप तक समुंद्री मार्ग से व्यापार होता था. 1900 तक भारत पूरी दुनिया का सबसे अमीर देश था. क्यों की भारत में बहुत ज्यादा नमक उत्पादन किया जाता था. इसी लिए भारत पर कभी अंग्रेजो, मुगलो, अरबो और मंगोल और हूण, आक्रमणकारियों की बुरी नजर रही.
नमक कैसे बनता है?
दोस्तों नमक के कई प्रकार होते है. ये जलवायु के अनुसार अलग अलग तरह से तैयार किया जाता है. दोस्तों नमक के कई प्रकार होते है. ये जलवायु के अनुसार अलग अलग तरह से तैयार किया जाता है. मुख्य रूप से नमक इस प्रकारो से बनाया जाता है. समुद्र के पानी रोक के , झील के पानी को जमा करके, रॉक सॉल्ट के सॉलिड डिपॉजिट से या फिर नमकीन पानी वाले भूमिगत झरने से. भारत में नमक बनाने का मुख्य स्त्रोत समुद्र का पानी ही है. इसके अलावा भी भारत में कई ऐसी सॉल्ट लेक भी हैं, जिनसे नमक बनाया जाता है, जैसे- राजस्थान, गुजरात, ओडिशा, कलकत्ता कुछ झीले है. राजस्थान की सांबर झील, उड़ीसा की चिल्का झील, कच्छ के रण का नमकीन पानी वाला झरना, केरल की मनेकुडी झील आदि भारत के प्रमुख नमक उत्पादक सेंटर है.
सेंधा नमक(Rock salt)
दोस्तों सेंधा नमक गुणों की खान होता है इसको भगवान का नमक भी बोलते है. क्यों सेंधा नमक में सारे गुण होते है वो भी प्रकति से अपने आप मिले हुए. सेंधा नमक शरीर के लिए बहुत लाभ दायक होता है. यह हृदय के लिए उत्तम, दीपन और पाचन मे मदद रूप, त्रिदोष शामक, शीतवीर्य अर्थात ठंडी तासीर वाला, पचने मे हल्का है, इससे पाचक रस बढ़ते हैं. दोस्तों अच्छा होगा कि आप हर रोज काला नमक, सेंधा नमक प्रयोग करें, क्यूंकि ये प्रकृति, ईश्वर का बनाया हुआ नमक है.
पूरे उत्तर भारतीय उपमहाद्वीप में खनिज पत्थर के नमक को ‘सेंधा नमक’ या ‘सैन्धव नमक’, लाहोरी नमक सिंधी नमक आदि नाम से जाना जाता है. जिसका मतलब है ‘सिंध या सिन्धु के इलाक़े से आया हुआ’. पाकिस्तान के सिंध में बहुत सालो से सेंधा नमक निकाला जा रहा है. वहाँ नमक के बड़े बड़े पहाड़ हैं, सुरंगे हैं, वहाँ से यह नमक आता है. मोटे मोटे टुकड़ो मे होता है, आजकल पिसा हुआ भी आने लगा है. इसके अलावा दोस्तों हिमाचल प्रदेश के मंडी नामक जगह पर सेंधा नमक प्रचुर मात्रा पाया जाता है.
दोस्तों समुंद्री नमक ,झीलों से प्राप्त नमक को तैयार किया जाता है इस लिए इस में मिलावट हो सकती है. पर प्रकर्ति और भगवान द्वारा बनाया हुआ नमक सिन्धा नमक में कभी मिलावट नहीं रहती है. इस लिए सिंधा नमक का उपयोग खाने में करना चाहिए.
हाई बीपी में कौन सा नमक खाना चाहिए?
हाई बीपी के ले लिए सेंधा नमक एक बेहतर दवा है. क्यू की संधा नमक में लगभग 65 प्रकार के खनिज पाए जाते हैं. जो हमारे शरीर में पोषक तत्वों की आपूर्ति करते हैं. यह नमक हाई बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है. दोस्तो सेंधा नमक कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ-साथ हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है. इसके अलावा सेंधा नमक पुरी तनाव को कम करने में भी मददगार है.
क्या 1930 से पहले भारत में सभी खाते थे सिर्फ सेंधा नमक?
दोस्तों जाने माने वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेश बताते हैं कि भारत मे 1930 से पहले कोई भी समुद्री नमक नहीं खाता था सारा नाम लाहौर और हिमाचल मंडी से पुरे देश में जाता था. जैसे जैसे अंग्रेजो ने बिज़नेस बढ़ाया, समुंदरी नमक की मांग बढ़ने लगी. दोस्तों विदेशी कंपनियां भारत मे नमक के व्यापार मे आज़ादी के पहले से उतरी हुई हैं, उनके कहने पर ही भारत के अँग्रेजी प्रशासन द्वारा भारत की भोली-भाली जनता को आयोडिन मिलाकर समुद्री नमक खिलाया जा रहा है. सेंधा नमक जितना सवास्थय के लिए अच्छा होता है, उतना कोई नमक नहीं होता है.
क्या सेंधा नमक में आयोडीन पाया जाता है?
विज्ञान के अनुसार सेंधा नमक में लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है. जबकि शेष 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं. दोस्तों वैज्ञानिकों के अनुसार सेंधा नमक में आयोडीन और वो सब प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसकी हमारे शरीर को जरूरत है. बीमारी और लम्बे जीवन और स्वास्थ्य के लिए सेंधा नमक का इस्तेमाल करे.
नमक/लूण की चोरी क्यों नहीं होती?
लूण/नमक की चोरी क्यों नहीं होती? नमक की चोरी ज्यादा तर इस लिए नहीं की जाती क्योकि लोगों में एक अवधारणा बनीं हुई है. जिसका नमक खाया उसके साथ गद्दारी नहीं इसी क्रम में कोई नमक की चोरी नहीं करना चाहता है. दोस्तों किसी भी प्रकार की चोरी महा पाप है और नमक की चोरी तो खासतौर पर महा पाप माना जाता था क्योंकि किसी का नमक खा कर नमक हरामी करना बहुत बड़ा पाप होता था.
सबसे अच्छा नमक /लूण कौन सा है?
दोस्तों सब से अच्छा नमक व होता है . जिसका हमारे सवास्थय पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े. सेंधा नमक इसे रॉक सॉल्ट, व्रत का नमक और लाहोरी नमक कहा जाता है. सेंधा नमक बिना रिफाइन के खदानों से निकाला जाता है. हालांकि इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा सादे नमक की तुलना में काफी ज्यादा होती है. साथ ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होता है. सेंधा नमक हमारे सवास्थय को अच्छा और तंदुरस्त बनाता है. सेंधा नमक की सबसे बड़ी खदाने पाकिस्तान के सिंध में है.
लाहौरी नमक के फायदे? सेंधा नमक के फायदे? काले नमक के फायदे?
Benefits of Lahori Salt?. Or Benefits of rock salt? benefits of black salt-
- सेंधा नमक पाचक रसों का निर्माण करता है, इसलिए यह पाचन को दुरुस्त रखने का काम भी करता है.
- सेंधा नमक (BP) ब्लडप्रेशर को कंट्रोल हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में काफी लाभदायक है.
- डॉ स्ट्रेस कम करने में सेंधा नमक के इस्तेमाल करने को बोलते है.
- शरीर के किसी भी प्रकार के दर्द को सैंधा नमक ठीक करता है.
- सैंधा नमक साइनस की बीमारी में दे राहत देता है.
- किसी भी प्रकार की अस्थमा को दूर करता है.
सफेद नमक के फायदे?(benefits of white salt)
- वाइट नमक से आयोडीन की कमी दूर होती है जिससे घेंघा रोग नहीं होता है
- खाने में संतुलित मात्रा में इस्तेमाल किया गया नमक इसे स्वादिष्ट बनाता है.
- वाइट नमक स्किन के लिए फायदेमंद कई तरह की स्किन की बीमारी ठीक होती है.
- शरीर की हड्डियों की बीमारी से बचाव करता है.
- वाइट नमक से आयोडीन की कमी दूर होती है जिससे घेंघा रोग नहीं होता है
- महिला की प्रेग्नेंसी में सहायक है.
- शरीर के अंदर के बैक्टीरिया को मारता है.
- शरीर के दर्द और ऐंठन से राहत दिलाता है.
- किसी भी प्रकार की सूजन में आराम दिलाता है.
प्राकृतिक नमक कौन सा है? (Which is natural salt/namak?)
सेंधा नमक प्राकतिक नमक होता है, या हम कह सकते है ये भगवान का मनुष्य के लिए परशाद है. सेंधा नमक सफेद और गुलाबी और काले रंग का होता है. और यह सबसे शुद्ध नमक माना जाता है. इसे पहाड़ो से खोदकर निकाला जाता है. यह नमक भारत में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बहुत पाया जाता है. और हाल ही में और खदान मिली है. भारत में इस नमक का इस्तेमाल उपवास के दौरान भी किया जाता है. सेंधा नमक में 84 प्राकृतिक खनिज और पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं. विज्ञान की दृश्टिकोण से देखे तो सेंधा नमक और किसी भी प्रकार के नमक से अच्छा होता है.
आयोडीन नमक के नुकसान?
दोस्तों क्या आपको पता है ? दुनिया के कुल 56 देशो ने आयोडीन नमक पर बेन लगा रखा है. जिसमे बहुत से विकसित और विकाशील देश है. अनेक देशो की रिसर्च से पता चला है की आयोडीन इंसान को सब्जी और दाल और अन्य खाद्य पर्दाथो से मिल जाती है. आयोडीन नमक के इस्तेमाल से कैंसर, लकवा, रक्त चाप, खारिश खुजली, सफेद दाग, नपुंसकता, डायबिटीज और पथरी जैसी 40 से भी ज्यादा बीमारियों का जनक बताया है. इस लिए बहुत से देशो ने 1952 में ही आयोडीन नमक बेन कर दिया था.
हमें क्यों आयोडीन युक्त नमक खाना चाहिए?
दोस्तों आयोडीन मन को शांत बनाती है. इंसान का तनाव कम करती है, मस्तिष्क को सतर्क रखती है और बाल, नाखून, दांत और त्वचा को उत्तम स्थिति में रखने में मदद करता है. दोस्तों आप को पता है? आयोडिन की कमी से गर्दन के नीचे गेंगा होने की सम्भावना रहती है. सबसे अच्छा नमक सेंधा नमक होता है, इस में आयोडीन की भरपूर मात्रा होती है. और ये प्राकतिक भी है, इसमें कोई मिलावट नहीं होती.
ज्यादा आयोडीन Namak/ Salt खाने से क्या होता है?
हमारी टीम इसके बारे में सर्च कर रही है बहुत जल्दी आप के लिए ये जानकारी उपलब्द करायेगे.
इंसान को दिन में कितना नमक खाना चाहिए? (How much salt should a person eat in a day?)
WHO के अनुसार एक इंसान को दिन में 5-6 ग्राम नमक खाना चाहिए जो सवास्थय के लिए सही है. इस जायदा नमक और कम सवास्थय के लिए ठीक नहीं है.
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FAQs
Ans-हिमाचल और पाकिस्तान में पाए जाने वाला लाइट गुलाबी सैंधा नमक सब से शुद्ध नमक होता है.
Ans- सेंधा नमक इसे रॉक साल्ट, व्रत का नमक और लाहौरी नमक भी कहा जाता है सबसे अच्छा नमक होता है.
Ans- लूंण और नमक में थोड़ा सा फरक है, नमक की डली को लूंण और नमक की पीसी हुई अवस्था को नमक कहते है.
Note- दोस्तों इस पेज पर दर्ज नमक की इतिहास और नमक के बारे में जानकारी हमारी टीम ने ऑनलाइन वेबसाइट और समाचार पत्रो और सोशल मीडिया से प्राप्त की है. लोगो को खाने वाले नमक के लिए जागरूक करना हमारा प्रथम लक्ष्य है. फिर कोई त्रुटि हुई है या कोई सलाह हमारे पाठक हमे बताना चाहते है तो कृपा हमे कमेंट बॉक्स में लिखे. आप की राय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, हम इसमें सुधार करेंगे.