Nawalgarh History Nawalgarh Tourist Places. दोस्तों हम आज यहाँ पर लिख रहे है शेखावाटी की सवर्ण नगरी नवलगढ़ का इतिहास और नवलगढ़ के पर्यटक स्थल के बारे में. दोस्तों अगर आप ने पहले नवलगढ़ देखा है तो नवलगढ़ का नाम आते ही आप के जहन में आता है. नवलगढ़ की हवेली और नवलगढ़ के मंदिर और नवलगढ़ की चार्ट और मिठाई की दुकाने और नवलगढ़ का गोटे की कारीगरी. दोस्तों जुड़े रहिये हमारे साथ अंत तक क्यों की हम शेयर करने वाले नवलगढ़ की बहुत ही रोचक जानकारी.
Summary
नवलगढ़ पुराना नाम | रोहिली गांव (नवलगढ़) |
उपनाम | शेखावाटी की स्वर्ण नगरी और हवेलियों का नगर |
नवलगढ़ की स्थापना | 1737 ई |
नवलगढ़ की स्थापना किसने की | नवल सिंह शेखावत |
तहसील | नवलगढ़ |
जिला | झुंझुनू |
राज्य | राजस्थान |
नवलगढ़ किस लिए प्रसिद्ध है | हवेलिया , उद्योगपतियों ,मंदिर, चार्ट, मिठाई और गोटे की कारीगरी. |
सीकर से नवलगढ़ की दुरी | लगभग 30 किलोमीटर |
झुंझुनू से नवलगढ़ की दुरी | लगभग 34 किलोमीटर |
Post Category | Nawalgarh History Nawalgarh Tourist Places |
Nawalgarh History (नवलगढ़ का इतिहास)
नवलगढ़ का पुराना नाम रोहिली गांव था. बाद में राजा नवल सिंह के नाम से नवलगढ़ पड़ा. दोस्तों शेखावाटी (झुंझुनू ,सीकर ,चूरू और नागौर का कुछ भाग) के तत्कालीन राजा राव शार्दुल के पांच बेटे हुए थे. शेखावत राजपूत राजा सार्दुल जी ने अपनी उम्र को देखते हुए अपनी राज्य क्षेत्र अपने बेटो में बाटने का निर्णय लिए. जिनमे सब से बड़ी जागीदारी ठाकुर नवल सिंह जी बहादुर को मुकनगढ़, नवलगढ़, झाझड़, चिराना और डूंडलोद जैसे गांव मिले. ठाकुर नवल सिंह शेखावत से ही नवलगढ़ का नाम पड़ा. क्यों की राजा नवल सिंह ने 1737 ई. में नवलगढ़ की स्थापना की थी. आजाद भारत से पहले भारत के 32 करोड़पति में 22 नवलगढ़ झुंझुनू से थे. इस लिए नवलगढ़ को शेखावाटी की सोने की नगरी भी कहते है.
मारवाड़ी समुदाय के कई महान व्यापारी परिवार जैसे भगत परिवार, परशुरामपुरिया परिवार, छाउछरिया परिवार, सेकसरिया परिवार, पोद्दार परिवार,जैपुरिया, मुरारका ,डालमिया,मोर परिवार, पाटोदिया परिवार, चोखानी परिवार, गोयनका परिवार और बिरला परिवार (बिरला ग्रुप के मालिक का जन्म नवलगढ़ में ही हुआ था लेकिन वो पिलानी गोद चले गए थे). उन पर बावलिया बाबा का आर्शीवाद माना जाता है) नवलगढ़ मूल के है.
नवलगढ़ व्यवसायी परिवार और वर्चस्व (Nawalgarh Business Family and Supremacy)
नवलगढ़ के व्यापारी देश दुनिया में आजादी से पहले बहुत नाम कमा चुके थे. वर्तमान में शेखावाटी के व्यापारी वेस्ट बंगाल ,आसाम ,मुंबई और बेंगलोर के 70 व्यापार पर अपना अस्तिस्त्व रखते है. नेपाल में लगभग 80 % से जायदा व्यापार पर शेखावाटी के ही व्यापारयो का वर्चव है.
नवलगढ़ के पर्यटन स्थल (Nawalgarh tourist places)
Roop Niwas Place | रूपनिवास प्लेस |
Poddar Haveli | पोद्दार हवेली |
Nawalgarh Science Park | नवलगढ़ साइंस पार्क |
Kulwal Haveli | कुलवाल हवेली |
Murarka Haveli | मुरारका हवेली |
Aatu Haveliya | आठु हवेलिया |
Seksaria Haveli | सेकसरिया हवेली |
Ramdevji Temple | रामदेवजी मंदिर |
Bhagto’s Johad | भगतो का जोहड़ा |
Aguna Gate | अगुना गेट |
Mandi Gate | मंडी गेट |
stepwell gate | बावड़ी गेट |
Nancha Gate | नानचा गेट |
लोहार्गल किरोड़ी धाम नवलगढ़ झुंझुनू
नवलगढ़ उच्च दीवारों (परकोटा) और अलग अलग दिशाओं में चार परास्नातक (फाटकों), अगूना दरवाजा, बावड़ी दरवाजा (उत्तर में), मंडी दरवाजा और नानसा दरवाजा से मिलकर सुसज्जित घेरे में सुरक्षित किया गया था. कहा जाता है शाम होते ही नवलगढ़ के चारो दरवाजे बंद हो जाते थे. नवल सिंह जी ने नवलगढ़ में गोपीनाथ जी का मंदिर का निर्माण नवलगढ़ की नीव रखते ही रख दी थी. वर्तमान में नवलगढ़ का किला लगभग जर्जर हो चूका है. अब यहाँ SBI बैंक का कार्यालय है. नवलगढ़ किले के रूम में 2 रूम है जिनमे पुराणी फोटो देकने को मिलेगी.
Roop Niwas Place Nawalgarh (Roop Niwas Palace Nawalgarh)
कालान्तर में राजा नवल सिंह के वंसज जो ने रूप निवास प्लेस जो नवलगढ़ किले से लगभग 4 किलो मिलटर दूर एक महल बनवाया और नवलगढ़ का संचालन वहा से होने लगा. अब रूप निवास प्लेस (रूप निवास कोठी ) एक हेरिटेज होटल का रूप ले लिया है. रूप निवास कोठी में देश और विदेश से पर्यटकों की बहुत भीड़ होती है. नवलगढ़ में फिल्म की शूटिंग के लिए बॉलिवुड और टॉलीवुड और हॉलीवुड के फ़िल्मी सितारे पुराणी हवेली में सूटिंग के लिए आते रहे है. नवलगढ़ पुराणी हवेलियों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है.
Nawalgarh Hawali (नवलगढ़ की हवेलियां)
दोस्तों, नवलगढ़ के व्यपारियो द्वारा 1830 से 1930 के दौरान सुंदर और आकर्षक चित्रों के साथ नवलगढ़ में लगभग 250 हवेलियों का निर्माण करवाया था. जो आज भी 100 हवेलियों के खूबसूरत स्थति में मौजूद है. हवेलियों में प्रमुख हैं भगत की हवेली, छोटी हवेली, परशुरामपुरिया हवेली, छौछारिया हवेली, सेसरिया, मोरारका की हवेली और पोद्दार हवेली, चोखानी हवेली, आठू हवेली आदि है. हवेलियों के रंग गौरव के प्रतीक बन गए हैं. समय बीतता गया, यह एक परंपरा बन गई और अब इसने विरासत का रूप ले लिया है. कलाकारों की कल्पना उड़ान भर सकती थी, इन सभी को आज इन हवेलियों की दीवारों पर देखा जाता है. इसके कारण, शेखावाटी अंचल को राजस्थान की खुली कला का दीर्घा कहा जाता है।
Marwadi Businessmen Name Or Group (Shekhawati Businessmen)
दोस्तों शेखावाटी के प्रमुख व्यापारी जो पुरनी दुनिया में छाये है वो है. स्टील किंग लक्मी निवास मित्तल ,बिरला ग्रुप , बजाज ग्रुप, खेतान ग्रुप ,उषा ग्रुप, जयपुरिया ग्रुप , मोदी ग्रुप ,पोदार ग्रुप , सेकसरिया ग्रुप ,मोर ग्रुप ,डालमिया ग्रुप ,सिंघानिया ग्रुप , केडिया ग्रुप , टपरिया ग्रुप ,डाबर ,पीरामल ग्रुप (हाल ही में मुकेश अम्बानी की बेटी से शादी हुई ), जिंदल ग्रुप ,गोयनका ग्रुप , बियाणी ग्रुप है.
नवलगढ़ की पोद्दार कॉलेज
झुंझुनू शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है क्यों की यहाँ बहुत पहले से शिक्षा का बीज यहाँ के बड़े बड़े उद्योगपतियों ने बो दिए थे. राजस्थान का पहला निजी महाविद्यालय 1921 में झुंझुनू के नवलगढ़ में पोद्दार ग्रुप ने बनाया था. इसके ट्रस्टी माहत्मा गाँधी भी थे. आज भी जब माहत्मा गाँधी नवलगढ़ आये थे उनके द्वारा चलाया गया चरखा पवेलियन (पोद्दार मैदान) में सुरक्षित है.
नवलगढ़ कैसे पहुंचे?
दोस्तों, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नवलगढ़, सड़क मार्ग और ट्रेन मार्ग से अच्छे से जुड़ा हुआ है. दिल्ली एयरपोर्ट नवलगढ़ से लगभग 255KM दूर है, तो जयपुर एयरपोर्ट यहाँ से लगभग 155 किलोमीटर दूर है. चुमचकर के पास नवलगढ़ के पश्चिम में एक रेलवे स्टेशन है. नवलगढ़ मुख्य बस स्टैंड सरकारी कॉलेज (मुरारका कॉलेज नवलगढ़) के पास है. झुंझुनू और सीकर के नवलगढ़ मध्य. नवलगढ़ से झुंझुनू की दूरी लगभग 39 KM है. तो नवलगढ़ से सीकरकी दूरी केवल 30KM है.
गोपीनाथ जी का मंदिर नवलगढ़ (Gopinath Ji Mandir Nawalgarh)
दोस्तों गोपीनाथ जी का मंदिर नवलगढ़ शहर के बीच में स्थित है. यहाँ से 50 मीटर की दुरी पर नवलगढ़ किला है. गोपनाथ जी मंदिर का निर्माण राजा नवल सिंह जी ने नवलगढ़ बसाया था तब 1737 में करवाया था. जो माना जाता है की 1754 से 1756 में बन कर तैयार हो गया था.
Friends Gopinath Ji’s temple is located in the middle of the city of Nawalgarh. Nawalgarh Fort is 50 meters away from here. Gopinath Ji temple was built in 1737 when Raja Nawal Singh Ji built Nawalgarh. Which is believed to have been carved out from 1754 to 1756.
रामदेवजी मंदिर नवलगढ़ का इतिहास
नवलगढ़ के रामदेव जी के मंदिर का निर्माण राजा नवल सिंह जी की पत्नी के कहने पर राजा ने बनवाया था. लोकोक्तियों के अनुसार एक बार राजा नवल सिंह जी मुग़ल दरबार दिल्ली में अपने राज्य की लगान देने जा रहे थे. तो रस्ते में चरखी दादरी हरयाणा में किसी बहन के भात भरने के वाला नहीं आया. तब राजा नवल सिंह जी उधर से जा रहे थे उनको ये बात पता चली तो वे लगान के पेसो से उस महिला का भात भर आये. तब मुगलो ने राजा नवल सिंह को लगान नहीं देने पर कैद कर लिया था. नवलगढ़ की रानी को रामदेवजी में बड़ी आस्था थी और उनकी बहुत बड़ी भगत थी.
रामदेवजी के चमत्कार से एक रात दिल्ली में भयंकर तूफान आया. उस तूफ़ान से दिल्ली के किले में बहुत नुकसान हुआ. उस समय राजा नवल सिंह जी के साथ बहुत राजा कैद थे सब निकल आये. रामदेवजी का चमत्कार ही था. राजा नवल सिंह जी को दिल्ली के लाल किले में एक घोड़ा खड़ा मिला वो उस पर सवार होकर नवलगढ़ आये. नवलगढ़ में जहा ये घोडा रुका वहा आज रामदेवजी का मंदिर है. और यहाँ हर साल रूपनिवास कोठी से घोड़े धोक देने जाते है. और Mandir में दिव्य ज्योति भी घोड़े की धोक से आती है. और फिर रामदेव जी का मेला शुरू होता है.
रानी सती दादी मंदिर झुंझुनू
महान साधु संतों की जीवनी और रोचक जानकारी
1857 की क्रांति के महान वीरों की जीवनी
भारत के प्रमुख युद्ध
भारत के राज्य और उनका इतिहास एवं उनकी घूमने लायक जगह
FAQs
Ans- नवलगढ़ राजस्थान में झुंझुनू जिले का एक उप-मंडल है, नवलगढ़ एक ऐतिहासिक स्थान है. यहाँ रूपनिवास प्लेस, पोद्दार हवेली, नवलगढ़ साइंस पार्क, कुलवाल हवेली, मुरारका हवेली, आठु हवेलिया, अगुना गेट, मंडी गेट, बावड़ी गेट, नानचा गेट के आस पास की हवेलिया प्रमुख पर्यटक स्थल है.
Ans- मूल रूप से नवलगढ़ पुरानी हवेलियों, व्यपारिक घरानों, चार्ट, भोजन और शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है. नवलगढ़ की भित्ति चित्र पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है.
Ans- May Bus Are Running Every Fifteen minutes from Jaipur And Train also Run from Jaipur to Nawalgarh.
Official Website Of Jhunjhunu Dist Nawalgarh History Nawalgarh Tourist Places
हमारे परिवार की नवलगढ़ में हवेली है । जिसका मुझे पता करना है
हमारे पूर्वजो का नाम प्रेम सुख दिनानाथ सिंघानिया था
कैसे पता कर कोई जरिया बताये मेरे नंबर है
9413400911
सर अब आप कहा रहते हो, आप को नवलगढ़ नगरपालिका के चेयरमैन साहब से मिलना चाहिए हो सकता है वो आप को पूरी सहायता करे !
सर अब आप कहा रहते हो, आप को नवलगढ़ नगरपालिका के चेयरमैन साहब से मिलना चाहिए हो सकता है वो आप को पूरी सहायता करे !