Amazing facts of Sikar district | सीकर का इतिहास और घूमने लायक जगह

By | November 1, 2023
Amazing facts of Sikar district
Amazing facts of Sikar district

सीकर जिले के आश्चर्यजनक तथ्य: सीकर राजस्थान राज्य का एक जिला है. जो राजस्थान के पूर्व दिशा में स्थित है. सीकर बहुत सी जगह और खान पान और शिक्षा और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी और बहुत सी चीजों के लिए प्रसिद्ध है. दोस्तों बने रहे हमारे साथ हम सीकर की वो जानकारी शेयर करेंगे जिनके बारे में अब से पहले आप को भी नहीं पता होगा. So Check here Amazing facts of Sikar district Rajasthan.

History Of Sikar (सीकर का इतिहास)

राव दौलत सिंह जी ने सीकर को 1687 में बसाया था. “नेहरावती” सीकर का पुराना नाम था. नेहरावती (सीकर) शेखावाटी (झुंझुनू, चूरू ,सीकर और नागौर का कुछ भाग) जयपुर राज्य का सबसे बड़ा ठिकाना (जागीर थी) था. पहले सीकर को नेहरावती के नाम से जाना जाता था, यह जयपुर ठिकाने की राजधानी थी.

Summary

नामसीकर
उपनामनेहरावती
स्थापना1687
स्थापना किसने कीराव दौलत सिंह
राज्यराजस्थान
जिलाशेखावाटी सीकर
तहसीलधोद, सीकर, लक्ष्मणगढ़, दांतारामगढ़, खंडेला, नीमकाथाना, श्रीमाधोपुर, फतेहपुर
किस लिए प्रसिद्ध हैशिक्षा, ऐतिहासिक मंदिरो, फौजी, प्याज की खेती, ऐतिहासिक इमारतों, पुरानी हवेलियों,पवन ऊर्जा
Amazing facts of Sikar district

What is Sikar famous for? (सीकर किस लिए प्रसिद्ध है?)

दोस्तों मुख्य रूप से सीकर जिला पुराने और प्रसिद्ध मंदिर, शिक्षण संस्थान और फौजी और प्याज़ की पैदावार और हॉस्पिटल और उद्योगपतियों के लिए जाना जाता है. दोस्तों हाल ही के वर्षो में सीकर जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में पुरे देश में क्रांति सी ला दी है. सीकर जिले की शिक्षा ऐसे ही आगे बढ़ती रही तो वो दिन दूर नहीं जब शिक्षा नगरी कोटा को पीछे छोड़ दे. दोस्तों हर साल बहुत से छात्र सीकर से NEET, IIT ,JIEEE, REET,NET ,AIIMS ,IAS ,RAS, IPS बड़ी संख्या में पढ़ के निकल रहे है.

Fort Of Sikar (सीकर के किले)

फतेहपुर किला, खंडेला बड़ा किला, मुंडरू किला, डंसरोली किला दंता रामगढ़, सिरोही सीकर किला, दानसरोली किला दांता रामगढ़, रणोली गढ़, गढ़ गुहाला सीकर, बराल किला रानोली सीकर, धोड़ किला, हमीरगढ़ (हमीरपुरा), दीपपुरा राजाजी किला. अलोदा किला, पटोडा किला, कसालगढ़, सलादीपुरा किला, लोसल गढ़, सिहोत बड़ी किला, भथोट किला, गढ़ तकेट, सुजावास किला. पचर किला, विजयपुरा किला श्रीमाधोपुर, रिंगस किला, श्रीमाधोपुर, थोई किला, चौकीरी किला, गरोदा किला, जाजोद किला, सुरेरा किला, खुर किला, सामी किला, बज्यावास किला सिंगरावत किला, सिंघासन किला.

सीकर के मुख्य मंदिर और पर्यटन स्थल(Sikar Main Temples and Tourist Places)

श्री श्याम मंदिर – खाटू श्याम जी(Shree Shyam Mandir – Khatu Shyam Ji)

दोस्तों खाटू श्याम जी जिनको बर्बरीक के नाम से जाना जाता है. और ये घटोत्कच के पुत्र थे इनका विश्व प्रसिद्ध मंदिर सीकर जिले के खाटू श्याम जगह पर स्थित है. दोस्तों खाटू श्याम जी जिनको बर्बरीक के नाम से जाना जाता है. और ये घटोत्कच के पुत्र थे इनका विश्व प्रसिद्ध मंदिर सीकर जिले के खाटू श्याम जगह पर स्थित है. प्रतिवर्ष लाखो श्रद्धालु बाबा खाटू श्याम जी के दर्सन करने आते है. महाभारत कालीन योद्धा बर्बरीक को श्री कृष्ण जी ने वरदान दिया था की कलयुग में तुम्हारी पूजा मेरे नाम से होगी. इस लिए बर्बरीक को खाटू श्याम जी के नाम से भी जाना और पूजा जाता है. फाल्गुन और कार्तिक माह में खाटू श्याम जी का विशाल मेला लगता है. Scroll Down Fore More Amazing facts of Sikar district.

Harshnath Temple Sikar (हर्षनाथ मंदिर सीकर)

हर्षनाथ मंदिर सीकर हर्षगिरि ग्राम के पास हर्षगिरि नामक पहाड़ी पर स्थित है. यह पहाड़ी लगभग 3,000 फुट ऊँची है और इस पर लगभग 900 वर्ष से अधिक प्राचीन मंदिरों के खण्डहर हैं. हर्षनाथ मंदिरों में एक काले पत्थर पर उत्कीर्ण लेख प्राप्त हुआ है. जो शिवस्तुति से प्रारम्भ होता है और जो पौराणिक कथा के रूप में लिखा गया है. लेख में हर्षगिरि और हर्षनाथ मन्दिर का वर्णन है. और इस लेख में कहा गया है कि मन्दिर के निर्माण का कार्य आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी, सोमवार 1030 विक्रम सम्वत् (956 ई.) को प्रारम्भ होकर विग्रहराज चौहान के समय में 1030 विक्रम सम्वत (973 ई.) को पूरा हुआ था दोस्तों यह लेख संस्कृत में है.

हर्षनाथ मंदिर सीकर और हर्षगिरि पहाड़ी पर स्थित है वर्षा ऋतू में और भी खूब सूरत और रमणीय स्थान हो जाते है. सीकर जिले और आस पास के निवासियों के लिए हर्षनाथ मंदिर सीकर एक खूब सूरत पर्यटक स्थल है. दोस्तों हर्षनाथ मंदिर की पहाड़ी लगभग 3,000 फुट ऊँची है और इस पर लगी पवन ऊर्जा की पवन चकिया दूर दूर से दिखाई देती है जो भी पर्यटकों को लुभाती है. Guys, Keep Visiting In Below To Know More Updates Amazing facts of Sikar district Rajasthan.

सप्त गौ माता मंदिर कहाँ स्थित है? (saptam go mata ka mandir kahan sthit hai)

सप्त गौ माता मंदिर सीकर जिले के रेवासा गांव में स्थित है.(Sapta Gau Mata Temple is located in Rewasa village of Sikar district.). दोस्तों आप ये जान कर आश्चर्यचकित होंगे की सप्त गौ माता मंदिर रैवासा सीकर राजस्थान का पहला मंदिर है और भारत का चौथा मंदिर है. सप्त गौ माता मंदिर रैवासा को जयंती माता माता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.

जीण माता मंदिर (jeen mata mandir)

जीणमाता भारत के राजस्थान राज्य के सीकर जिले का एक गाँव है। यह दक्षिण में सीकर शहर से 29 किमी की दूरी पर स्थित है. जीन माताजी को समर्पित एक प्राचीन जीणमाता मंदिर है। चैत्र माह और अश्विन माह में नवरात्रि के दौरान साल में दो बार मेला का आयोजित होता है। यहाँ आयोजन होने वाले रंगारंग उत्सव के लिए यहां लाखों भक्त हर बार इकट्ठा होते हैं।

लोकप्रिय मान्यता और वचन

एक लोकप्रिय मान्यता है जो सदियों से लोगों के मध्य चलि आ रही है. कहा जाता है की चुरु के एक गांव घांघू में राजा गंगोसींघजी ने इस शर्त पर ऊर्वशी (अप्सरा) से शादी की थी कि वह अपने महल में पूर्व सूचना के बिना नहीं जाएंगे. राजा गंगोसींघजी को एक पुत्र मिला जिसे हर्ष कहा जाता था जिनका मंदिर हर्ष की पहाड़ी सीकर में है और इनके एक बेटी जीवण हुई. एक बार राजा गंगोसींघजी अपने पूर्वजों को बिना बताए महल में गये और इस तरह उन्होंने अप्सरा से किए गए प्रतिज्ञा का उल्लंघन किया. लेकिन उसके तुरन्त बाद राजा गंगोसींघजी ने अपना राजपाट को छोड़ दिया और अपने बेटे हर्ष और बेटी जीवण के साथ उस जगह आये जहा आज जीन माता का मंदिर स्थित है.

यहां दो नो बच्चों ने अत्यधिक तपस्या का अभ्यास किया। बाद में एक चौहान शासक ने उस जगह पर मंदिर बनाया. इस मंदिर में अनगिनत चमत्कार देखें व महसूस किए जाते हैं. कहा जाता है यहाँ रोज सुबह माई को मदिरा का भोग लगाया जाता है और बडे चाव से मैया उसको स्वीकार करती है. जीण माता मदिरा भोग लगाते ही गायब हो जाता है और आज तक किसी को पता नहीं चला कि प्रसाद मंदिर से जाता कहा है. इसके अलावा मीठे चावल का भोग भी जीण माता को लगाया जाता है.

https://www.youtube.com/watch?v=8DPcNiDA5gk

Amazing facts of Sikar districtझुंझुनू जिले की आश्चर्यजनक जानकारी यहाँ देखे

जीण माता के मुख्य अनुयायी?

माता जीण के मुख्य अनुयायियों में क्षेत्र के सैनी, यादव (अहिर), ब्राह्मण, राजपूत,गुर्जर समाज के गौत्र लादी, अग्रवाल, जंजीर और मीनास, बानियां (बणिये) मीणा, शेखावाती राजपूत (शेखावत और राव राजपूत) और राजसी के योद्धा वर्ग के जंगली जाती (बावरिये )शामिल हैं बावरिये की कुलदेवी हैं जीण माता।

जीण माता सवामणी कब होती है?

माता मंदिर के परिसर में बच्चो के पहली बार बाल काटने की रस्म होती है. जिसे राजस्थानी में जडूला के रूप में जाना जाता है. जीनमाता अनुयायियों द्वारा मंदिर में सवा मण की सवामणी (50 किलो मिठाइयां) जो कि स्थानए भाषा में सवामणी के नाम से जानी जाती हैं की पेशकश की जाती है.

जीण माता के चमत्कार?

एक बार मूगल राजा औरंगजेब जीण माता के मंदिर नुकसान पहुंचाने के उदस्य से जीन पर आक्रमण कर दिया था. माता जीण माता ने अपनी भैरों की अपनी सेना को छोड़ दिया (एक मक्खी परिवार की प्रजाति) जिसने सम्राट और उसके सैनिकों को अपने घुटनों पर लाया दिया था. तब औरंगजेब ने माफी मांगी थी. तब जीण माता ने उसे अपने गुस्से से माफ़ किया. औरंगजेब ने अपने दिल्ली महल से अखण्ड तेल का दीपक (दिवा ) भिजवाया. जीन माता के मंदिर परिसर में में यह दीपक अभी भी चमक रहा है.

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सीकर जिले में कितनी तहसील है? (How many Tehsil are there in the Sikar district?)

वर्तमान में सीकर जिले में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 8 है. (At present there are 8 Vidhan Sabha constituencies in Sikar District.)

तहसील नामविधायक का नामराजनीती पार्टी
सीकरMr. Rajendra PareekINC
धोदश्री परसराम मोर्डियाINC
लक्ष्मणगढ़श्री गोविंद सिंह डोटासराINC
दांतारामगढ़श्री वीरेंद्र सिंहINC
खंडेलाश्री महादेव सिंहनिर्दलीय
नीमकाथानाश्री सुरेश मोदीINC
श्री माधोपुरश्री दीपेंद्र सिंहINC
फतेहपुरश्री हकम अली खानINC
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What Is Sikar district Sub Tehsil Name? (सीकर जिला उप तहसील का नाम क्या है)

  • पाटन
  • पलसाना
  • अजीतगढ़
  • नेचवा
  • लोसल

How Much Gram Panchayat In Sikar Dist?

सीकर जिले में कुल 375 ग्राम पंचायत है.

सीकर जिले में कुल कितने गांव है ?(How many villages are there in Sikar district?)

राजस्थान के सीकर जिले की 9 तहसील और पांच उप तहसील और 375 ग्राम पंचयात और कुल 1204 गांव है.

What is the name of the present MP of Sikar district of Rajasthan?

राजस्थान के सीकर जिले के वर्तमान सांसद का क्या नाम है ?

सीकर जिले के वर्तमान सांसद का नाम स्वामी सुमेधानंद सरस्वती है. नाम स्वामी सुमेधानंद सरस्वती है जो भारतीय जनता पार्टी से जीत कर सांसद भवन पहुंचे है.

सीकर जिले के प्रसिद्ध व्यक्ति (Famous People of Sikar District)

डूंगजी जवाहर जी

सीकर जिले के बठोट-पटोदा नामक स्थान के निवासी डूंगजी जवाहर जी कछवाहा वंश के राजपूत थे. दोनों काका-भतीजे थे. दोनों काका-भतीजे धनवानों को लूटकर गरीबो को धन बांटने के लिए जाने जाते है. गरीबो के सेवक और स्थानीय लोग इनको लोक देवता के रूप में पूजते है.

भैरों सिंह शेखावत:

भारत के उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत का जन्म तत्कालिक ब्रिटिश भारत की जयपुर रियासत के गाँव खाचरियावास में हुआ था. अब ये जगह सीकर जिले में आती है। श्री भैरोंसिंह शेखावत जी ने एक छोटे से गांव से MLA और मुख्य मंत्री और बाद में भारत के उपराष्ट्रपति भी बने. जब भैरोंसिंह शेखावत भारत के उपराष्ट्रपति तब. जाने माने वैज्ञानिक श्री मान एपीजे अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति थे उनको भारत में मिसाइलों का जनक और मिसाइल मेन भी बोलते है.

श्री मान भैरोसिंह शेखावत शुल्जे हुए सम्मानित भारतीय राजनेता और देश के उप-राष्ट्रपति थे। वह ही एकमात्र ऐसे नेता थे जिन्होंने 1952 से राजस्थान के सभी चुनावों में जीत दर्ज की (1972 में विधानसभा चुनाव को छोड़कर)। राजस्थान और इंडिया की राजनीति में वह दक्ष और परिपक्व नेता के रूप में जाने जाते थे। विश्व बैंक के अध्यक्ष रॉबर्ट मैकनामरा ने शेखावत को ‘‘ भारत का रॉकफेलर‘‘ कहा था.

Jamnalal Bajaj (जमनालाल बजाज)

बजाज ग्रुप कंपनीयो के मालिक श्री मान जमनालाल बजाज जी का जन्म 4 नवम्बर 1889 को तत्कालीन ब्रटिश भारत के जयपुर रियासत के सीकर में के छोटे से गांव काशी का बास” में एक गरीब मारवाड़ी परिवार में श्री मान जमनालाल बजाज जी का जन्म हुआ था. वे केवल चौथी कक्षा तक पढ़े थे. उन्हें अंग्रेजी नहीं आती थी. महाराष्ट्र राज्य के वर्धा जिले के के एक प्रौढ़ निःसन्तान दम्पत्ति ने बहुत ही चालाकी से जमनालाल बजाज जी की मां से वचन ले लिया और फिर उस बहुत ही धनी परिवार ने जमनालाल को गोद ले लिया था.

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1857 ईस्वी क्रांति के महान वीरों की गाथा1857 की क्रांति में महान रानियों का योगदान
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उदमी राम की जीवनीचौहान रानी की जीवनी
जगत सेठ रामजीदास गुड़ वाला की जीवनीजगजोत सिंह की जीवनी
ज़ीनत महल की जीवनीजैतपुर रानी की जीवनी
जोधारा सिंह जी की जीवनीटंट्या भील की जीवनी
ठाकुर रणमत सिंह की जीवनीनरपति सिंह जी की जीवनी
दूदू मियां की जीवनीनाहर सिंह जी की जीवनी
मौलवी अहमदुल्लाह फैजाबादी की जीवनीखान बहादुर खान की जीवनी
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झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की जीवनीनाना साहब पेशवा की जीवनी
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भारत के प्रमुख युद्ध

हल्दीघाटी का युद्धहल्दीघाटी का युद्ध 1576 ईचित्तौड़गढ़ किला
विश्व की प्राचीन सभ्यताएंझेलम का युद्धकलिंग युद्ध का इतिहास
1845 ई. में सिखों और अंग्रेजों का युद्धभारत चीन युद्ध 1962कश्मीर का इतिहास और युद्ध 1947-1948
सोमनाथ का युद्धतराइन का प्रथम युद्धतराइन का दूसरा युद्ध
पानीपत का प्रथम युद्धपानीपत की दूसरी लड़ाईपानीपत की तीसरी लड़ाई 1761 ई
खानवा की लड़ाई 1527नादिरशाह का युद्ध 1739 ईसवीप्लासी का युद्ध 1757 ई
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भारत के राज्य और उनका इतिहास एवं उनकी घूमने लायक जगह

जम्मू कश्मीर का इतिहास और पर्यटन स्थलहिमाचल प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थल
पंजाब का इतिहास और पर्यटन स्थलहरियाणा का इतिहास और पर्यटन स्थल
उत्तराखंड का इतिहास और पर्यटन स्थलपश्चिम बंगाल का इतिहास और पर्यटन स्थल
झारखंड का इतिहास और पर्यटन स्थलबिहार का इतिहास और पर्यटन स्थल
उत्तर प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थलराजस्थान का इतिहास और पर्यटन स्थल
मध्य प्रदेश का इतिहास और पर्यटन स्थलछत्तीसगढ़ का इतिहास और पर्यटन स्थल
उड़ीसा का इतिहास और पर्यटन स्थलगुजरात का इतिहास और पर्यटन स्थल
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FAQs

Q- राजस्थान का कौन सा जिला प्याज़ की खेती के लिए जाना जाता है?

Ans-राजस्थान का सीकर जिला प्याज की उन्नत किस्म की खेती के लिए जाना जाता है.

Q- सीकर जिला में पवन से ऊर्जा किधर उत्पन्न की जाती है?

Ans- सीकर के हर्षगिरि ग्राम के पास हर्षगिरि नामक पहाड़ी पर स्थित पवन चकियो से पवन ऊर्जा उत्पन की जाती है.

Q- How Much is Gram Panchayat In Sikar Dist?

Ans- There is a total of 375-gram panchayats in the Sikar district.

Q- saptam go mata ka mandir kahan sthit hai?.

Ans- सीकर जिले के रेवासा गांव में स्थित है (Rewasa Village Sikar Rajasthan).

Q- बजाज कंपनी के फाउंडर जमनालाल बजाज बजाज के सीकर से क्या सम्बन्ध है?

Ans- बजाज कंपनी के संस्थापक जमनालाल बजाज का जन्म सीकर जिले के काशी का बास में हुवा था.

Q- बजाज ग्रुप कंपनीयो के मालिक श्री मान जमनालाल बजाज जी के माता पिता का क्या नाम था.

Ans- श्री मान जमनालाल बजाज जी की माता का नाम बिरधी बाई था और उनके पिता का नाम कनीराम था.

Q- सीकर का पुराना नाम क्या था?(What was the old name of Sikar?).

Ans- सीकर का पुराना नाम नेहरावती था.

Q- What Are More Amazing facts about the Sikar district?

Ans- We Are Working On. We Will Come Back With More Amazing Facts About Sikar.

Q- चौहानो की कुल देवी कौन है?

Ans- जीण माता.

Sikar Dist Official Website

Sikar Old NameNehravati (Sikar)
Sikar Established1687
Founder of SikarRao Daulat Singh
Sikar famous for Army, Education, Onion production, Or Temple And Forts
Is Shekhawati University In Sikar DistYes, PDUSU(Shekhawati University) In Sikar Near Nawalgarh Road दादिया
Does Bajaj Group belong to Sikar?Yes, Bajaj Group Belongs Form Sikar
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Amazing facts about Sikar district

10 thoughts on “Amazing facts of Sikar district | सीकर का इतिहास और घूमने लायक जगह

  1. Anjali

    Everything about sikar in nutshell. Amazing blog…..

    Reply

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