दोस्तों हम यहाँ आप के साथ शेयर कर रहे है. जोधपुर की वो रोचक जानकारी जिसके बारे में शायद ही आप को पहले पता होगी. आप यहाँ जानेगे Jodhpur History Tourist Places. जोधपुर किस लिए प्रसिद्ध है. Jodhpur की स्थापना किसने की और जोधपुर का इतिहास. जोधपुर के टूरिस्ट प्लेस, और जोधपुर के प्रसिद्ध लोग. Jodhpur की विचित्र और रोचक जानकारी के लिए इस पेज को अंत तक पढ़े.
जोधपुर का प्राचीन नाम मारवाड़ था. इसको राजस्थान की सूर्य नगरी, नीली नगरी और मरुस्थल का प्रवेश द्वार और मरू प्रदेश के नाम से जाना जाता है. जोधपुर अपनी मेहमान नवाजी की वजह से विदेशी पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है. यहाँ की राजा महराजाओं की रॉयल लाइफ यहाँ के महलो और हवेली देख कर ही पता चलता है.
राजस्थान के जिलों का इतिहास और पर्यटक स्थल और रोचक जानकारी
Jodhpur History (जोधपुर का इतिहास)
महाराणा कुम्भा की दादी हंसाबाई के प्रयासों से मेवाड़ और मारवाड़ में मेंत्री संधि हो गयी थी. इस संधि को आंवल-बावल की संधि के नाम से जाना जाता है. राव जोधा ने 12 मई 1459 ई. में आधुनिक जोधपुर शहर की स्थापना की. इतिहासकार डॉक्टर ओझा राव जोधा को जोधपुर का पहला प्रतापी राजा कहते है. राव जोधा ने जोधपुर को अपनी राजधानी बनाया और यहाँ चिडियाटुक पर्वत पर मेहरानगढ़ का निर्माण कराया था.
Jodhpur Famous For? (जोधपुर किस लिए प्रसिद्ध है)
जोधपुर अपनी ऐतिहासिक सुन्दर इमारतों के नीले रंग के लिए प्रसिद्ध है. और साथ ही जोधपुर क़िले, हवेलियाँ, मेले और अन्य उत्सवों एवम अपनी प्राचीन ऐतिहासिक इमारतों और धरोवर के लिए फेमस है. दोस्तों जोधपुर जाओ तो यहाँ के मिर्ची बड़े प्रसिद्ध है. जोधपुर को हैंडीक्राफ्ट सिटी भी कहते है, यहाँ हाथ से बने वस्तु पूरी दुनिया में सप्लाई होती है. साथ ही दोस्तों जोधपुर के पास स्थित मंडोर रावण का ससुराल भी है, जहा आज भी रावण की पूजा होती है.
Jodhpur is famous for the blue color of its buildings. At the same time, Jodhpur is famous for forts, Havelis, fairs, and other festivals and for its ancient historical buildings and temples.
Summary
नाम | जोधपुर |
उपनाम | मारवाड़, सूर्य नगरी, नीली नगरी और मरुस्थल का प्रवेश द्वार और मरू प्रदेश |
स्थापना | 12 मई 1459 ई. |
स्थापना किसने की | राव जोधा |
राज्य | राजस्थान |
जिला | जोधपुर |
तहसील | भोपालगढ़, बिलारा, जोधपुर लूनी, ओसियान, फलोड़ी, शेरगढ़, लोहावत, सरदारपुरा, शेरगढ़, सूरसागर |
किस लिए प्रसिद्ध है | जोधपुर अपनी ऐतिहासिक सुन्दर इमारतों के नीले रंग के लिए प्रसिद्ध है. और साथ ही जोधपुर क़िले, हवेलियाँ, मेले और अन्य उत्सवों एवम अपनी प्राचीन ऐतिहासिक इमारतों और धरोवर के लिए फेमस है |
भाषा | मारवाड़ी, राजस्थानी, हिंदी और इंग्लिश |
पर्यटक स्थल | उम्मेद भवन पैलेस, मेहरानगढ़ किला, मोती महल, राय का बाग पैलेस, बालसमंद झील, खेजड़ला किला, महामंदिर मंदिर, चामुंडा माता मंदिर |
सांसद का नाम | भाजपा के गजेंद्रसिंह शेखावत |
क्षेत्र | मारवाड़ |
पोस्ट श्रेणी | जोधपुर इतिहास और पर्यटन स्थल (Jodhpur History Tourist Places) |
जोधपुर राजघराने का इतिहास (History of jodhpur royal family)
12 मई 1459 ई राव जोधा ने जोधपुर बसाया, उसके बाद भारत आजाद होने तक अनेक राठौर राजाओ ने जोधपुर की राज गद्दी संभाली. उनका संक्षिप्त विवरण आप के साथ साझा किया जा रहा है.
Raja (King) Name | Date Of Birth Or Date Of Die |
राव रणमल | 1427 To 1438 |
राव जोधा | 1438 To 1489 |
राव गंगा | 1515 To 1532 |
राव मालदेव | 1532 To 1562 |
राव चन्द्रसेन | 1562 To 1583 |
मोटा राजा उदयसिंह | 1583 To 1595 |
सवाई राजा शूरसिंह | 1595 To 1619 |
दलथभन महाराजा गजसिंह | 1619 To 1638 |
जसवंतसिंह राठौड़ प्रथम | 1638 To 1678 |
वीर दुर्गादास राठौड़ | 1638 To 1718 |
अजीतसिंह राठौड़ | 1679 To 1724 |
महाराजा विजय सिंह | 1752 To 1793 |
मान सिंह | 1804 To 1843 |
महाराजा तख्तसिंह | 1843 To 1873 |
जसवंत सिंह द्वितीय | 1873 To 1895 |
सरदारसिंह | 1895 To 1911 |
उम्मेद सिंह | 1918 To 1947 |
गजसिंह द्वितीय | 1952 To 2002 |
>>>>>>>>राजस्थान के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल<<<<<<<
Famous people of jodhpur (जोधपुर के प्रसिद्ध लोग)
उम्मादे (रूठी रानी)
उम्मादे को रूठी रानी के नाम से भी जाना जाता है. जैसलमेर के राजा राव लूणकरण की बेटी और राजा मालदेव पत्नी थी.उम्मादे अपने पति मालदेव से शादी की पहली रात को ही रूठ गयी थी. और रूठ कर अजमेर के तारा गढ़ में आगयी थी. इस लिए उम्मादे को “रूठी रानी” भी कहा जाता है.
Gaura Dhay (गौरा धाय)
- गौरा धाय जोधपुर के तत्कालीन राजा अजीत सिंह जी की धाय माता थी. गौरा धाय का जन्म 1646 ईसवी में हुआ था. इनके पति जोधपुर के पास स्थित मंडोर के निवासी थे जिनका नाम गोपा गहलोत था.
- जब जोधपुर के होने वाले राजा अजीत सिंह बालक थे. उनको मुंगलो से बचाने के लिए गौरा धाय ने दिल्ली जाकर मेहतरानी का स्वांग रचा और युवराज अजीत सिंह को बचाने के लिए अपने पुत्र का बलिदान दिया था. इस लिए इनका नाम मारवाड़ के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाता है.
- मारवाड़ को मुगलों से बचाने में चार वीरों का नाम बड़े अदब से लिया जाता है. वो है वीर दुर्गादास राठौड़,गौरा धाय,वीर मुकन्ददास खींची और जसदेव है.
- राजा अजीत सिंह जी ने 1711 ईस्वी में गौरा धाय की 6 खम्बो की छतरी का निर्माण जोधपुर में कराया था. साथ ही जोधपुर सिटी में पोकरण की हेवली के पास गौरा धाय बावड़ी भी स्थित है.
Rani Bagheli (रानी बाघेली)
रानी बाघेली मारवाड़ राज्य के बलुन्दा ठिकाने के मोहकम सिंह की पत्नी थी. रानी बाघेली जी ने युवराज अजीतसिंह की बचाने के लिए, अपनी राजकुमारी से बदल लिया और उनको खींची के मुकन्ददास , चपावत सोनिंग व कुंवर हरिसिंह के साथ दिल्ली से निकालकर बुलंदा ले आई.
Main tourist places of jodhpur (जोधपुर के मुख्य पर्यटन स्थल)
- उम्मेद भवन पैलेस.
- मेहरानगढ़ किला.
- मोती महल.
- राय का बाग पैलेस.
- बालसमंद झील.
- खेजड़ला किला.
- महामंदिर मंदिर.
- चामुंडा माता मंदिर.
- ओम बन्ना मंदिर.
- मंडोर गार्डन.
- मजेदार दुनिया.
- घंटा मीनार.
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FAQs
Ans- जोधपुर की स्थापना 12-मई-1459 में राव जोधा ने की थी.
<<<<Official Website Of Jodhpur>>>>
Name | Jodhpur |
Old Name | Marwar |
Nickname | Surya city (SUN CITY), Blue city, and gateway to the desert and Desert Region |
Who founded | Rao Jodha |
when was the establishment? | 12 May 1459 |
Geography and climate | The dry hot desert climate |
Language | Marwadi, Rajasthani And Hindi, English |
What is the district famous for | Forts, Havelis, fairs, Historical buildings, Handicrafts, the Blue color of buildings |
Country | India |
Tourist Places | Umaid Bhawan Palace, Mehrangarh Fort, Moti Mahal, Rai Ka Bagh Palace, Balsamand Lake, Khejadla Fort, Mahamandir Temple, Chamunda Mata Temple |
Population | 36 Lakha Approx |
State | Rajasthan |
Name Of Member Of Parliament | Gajendra Singh Shekhawat (BJP) |
Area | 233.5KM |
Assembly area | Bhopalgarh, Bilara, Jodhpur, लोहावट, luni, Osian, Phalodi, Sardarpura, Shergarh,sursagar |