Baran History Tourist Places And Amazing facts-: दोस्तों हम यहां बारां जिला राजस्थान की वो रोचक जानकारी शेयर करने जा रहे है. जिसके बारे में आपको आज से पहले शायद ही मालूम हो इस लिए बने रहे हमारे साथ अंत तक. दोस्तों बारां जिला भगवान विष्णु के “वराह” अवतार के कारण बारां को पहले ‘वराह नगरी’ के नाम से भी जाना जाता था. और इस नगर का नाम बारां पड़ा. एक मत यह भी है की प्राचीन काल में इस भू-भाग में 12 तालाब थे, जिन्हें पाटकर यह नगर बसाया गया इस लिए इसका नामकरण बाराँ किया गया. इसके अलावा इसे ‘मसाला नगरी’ भी कहा जाता है. क्यों की यहाँ पर बहुत मात्रा में मसाले पैदा होते है.
राजस्थान के जिलों का इतिहास और पर्यटक स्थल और रोचक जानकारी
Baran district History (बारां जिले का इतिहास)
वैज्ञानिकों के रिसर्च के अनुसार बाराँ जिले में बहुत पहले से लोग रहते थे के ठोस साक्ष्य मिले है. पर वर्तमान बारां जिले के सम्बंद में बाराँ की स्थापना 14वीं-15वीं शताब्दी में सोलंकी राजपूतों द्वारा की गई. प्राचीन काल में इस भू-भाग में 12 तालाब थे जिन्हें पाटकर यह नगर बसाया गया एवं इसका नामकरण बाराँ किया गया. राजस्थान के कोटा, बूंदी और बारां जिले हाड़ोती छेत्र में आते है.
बारां जिला किस लिए प्रसिद्ध है?
बारां जिला मसाला नगरी के आलावा शेरगढ़ दुर्ग,पिपलाद का क्रिसमस मेला,कुंवारी नीहड़,बाबाजी राज मंदिर,भंडदेवरा 10वीं सदीं में निर्मित खजुराहों शैली पर आधारित मंदिर. Or कंठी माला,तेली का मंदिर. तथा मांगरोल, छबड़ा, शाहबाद, सीताबाड़ी, सोरसन,अटरू,बाणगंगा नदी,नाहरगढ़ दुर्ग, औसतीजी की बावड़ी, बड़गांव की बावड़ी के लिए जाना जाता है.
Summary
नाम | बाराँ |
पुराना नाम | वराह नगरी |
उपनाम | मसाला नगरी |
स्थापना | 14वीं-15वीं शताब्दी |
स्थापना किसने की | सोलंकी राजपूतों द्वारा |
राज्य | राजस्थान |
जिला | बाराँ |
तहसील | बाराँ |
किस लिए प्रसिद्ध है | तालाब, मसालों, पुराने बावड़ियों, सुंदर मंदिरों और महलों के लिए प्रसिद्ध |
भाषा | राजस्थानी, मारवाड़ी, हिंदी एवं इंग्लिश |
पर्यटक स्थल | गुगोर क़िला, काकूनी मन्दिर समूह, कपिलधारा, कन्या दह-विलासगढ़, सूरज कुण्ड, तपस्वियों की बगीची, नाहरगढ़ क़िला, सोरसन माताजी मन्दिर, सीताबाड़ी, सोरसन वन्यजीव अभ्यारण्य, शेरगढ़ अभ्यारण्य, शेरगढ़ किला, रामगढ़ भंडदेवरा मंदिर, शाहबाद क़िला,पिपलाद का क्रिसमस मेला, बाबाजी राज मंदिर, कांथी माला, तेली का मंदिर, मंगरोल, छाबड़ा,अटरू, बाणगंगा नदी, अवमीजी की बावड़ी, बड़गांव की बावड़ी |
सांसद का नाम | श्री दुष्यंत सिंह जी |
चुनावी क्षेत्र/तहसील | बारां, छीपाबड़ौद, मांगरोल, अटरु, किशनगंज, शाहाबाद छबड़ा एवं अंता |
पोस्ट श्रेणी | Baran History Tourist Places And Amazing facts |
Famous Tourist Places of Baran District (बारां जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल)
बारां जिले के प्रसिद्ध प्रमुख पर्यटन स्थल में शेरगढ़ दुर्ग,पिपलाद का क्रिसमस मेला,कुंवारी नीहड़,बाबाजी राज मंदिर,भंडदेवरा 10वीं सदीं में निर्मित खजुराहों शैली पर आधारित मंदिर, कंठी माला,तेली का मंदिर. तथा मांगरोल, छबड़ा, शाहबाद, सीताबाड़ी,सोरसन,अटरू,बाणगंगा नदी,नाहरगढ़ दुर्ग, औसतीजी की बावड़ी, बड़गांव की बावड़ी अंता के निकट स्थित है.
Which is the main temple of Baran district (बारां जिले के मुख्य मंदिर कौन से है)
- तेली क मंदिर बारां (Teli Ka Mandir Baran)
- भंडदेवरा का शिव मंदिर बारां (Bhanddevra’s Shiva Temple Baran)
- कृष्णायी अन्नपूर्णा माताजी का मंदिर रामगढ़ बारां (Krishnayi Annapurna Mataji Temple Ramgarh Baran)
- ब्राह्मणी माता का मंदिर बारां (Brahmani Mata Temple Baran)
- कालूनि मंदिर समूह बारां (Kaluni Temple Group Baran)
- कपिल धारा तीर्थ स्थल बारां (Kapil Dhara pilgrimage site Baran)
- मामा -भांजा मंदिर(गड़गच्च देवालय ) बारां (Mama-Bhanja Temple (Gadgach Devalaya) Baran)
- श्री कल्याण जी मंदिर बारां (Shri Kalyan Ji Mandir Baran)
- सावलां जी मंदिर बारां (Savlan Ji Temple Baran)
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Major Fairs and Festivals of Baran District (बारां जिले के प्रमुख मेले और त्योहार)
- डोल मेला बारां (Dol Mela Baran)
- कपिलधारा का मेला बारां (kapildhara fair Baran)
- सीताबाड़ी का मेला बारां (Sitabari Fair Baran)
- ब्राह्मणी माता का मेला बारां (Brahmini Mata’s Fair Baran)
- रामगढ़ माता का मेला बारां (Ramgarh Mata’s Fair Baran)
- बीजासण माता का मेला बारां (Bijasan Mata’s Fair Baran)
Major Rivers of Baran District (बारां जिले की प्रमुख नदियाँ)
बारां जिले की दो प्रमुख नदियाँ है जीने नाम इस प्रकार है. परवन और पार्वती नदी And बाणगंगा नदी बाराँ नगर के पूर्व की ओर बहती है.
परवन नदी बारां (Parvan River Baran)
यह नदी मध्यप्रदेश के विंध्याचल पर्वत से निकलती है, और राजस्थान में झालावाड़ एवं बारां में बहती हुई कालीसिंध नदी में मिल जाती है। इस नदी पर परवन सिंचाई परियोजना कार्यरत है. इस नदी के किनारे कोषवर्द्धन पहाड़ी पर शेरगढ़ दुर्ग स्थित है. सूरी वंस के राजा शेरशाह सूरी के नाम पर इसका नाम शेरगढ़ हुआ पहले इसे कोषवर्द्धनगढ़ कहा जाता था.
पार्वती नदी बारां (Parvati River Baran)
पार्वती नदी का उद्गम स्थल मध्यप्रदेश के सिहोर पर्वत है, और राजस्थान में कोटा एवं बारां जिलों में से बहती हुयी चम्बल नदी में मिल जाती है. इसकी सहायक नदियां ल्हासी ,बैथली ,अँधेरी आदि है. यह साल भर बहने वाली प्रमुख नदियों में एक है.
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बारां जिला राजस्थान के आश्चर्यजनक तथ्य (Amazing Facts of Baran District Rajasthan)
- बारां के रामगढ़ में एक उल्कापिंड निर्मित क्रेटर है जिसे रामगढ क्रेटर कहते है. यह राजस्थान की पहली GEO हेरिटेज SITE मानी जाती है.
- यहाँ जमुनापरी नस्ल की बकरी पायी जाती है.
- पुरे राजस्थान में सर्वाधिक सुरक्षित वन बारां जिलें में पाए जाते है.
- बारां से होकर NH -27 गुजरता है जो की देश में पूर्व -पश्चिम गलियारे को जोड़ता है.
- इस जिले (बारां) के छीपाबड़ौद में लहसुन की मंडी स्थापित है.
- यहाँ हर साल बारां में 90 -120 cm तक वर्षा होती है.
- बारां में जलोदा गांव में वीर तेजा जी का मंदिर जो सहरिया जनजाति के प्रमुख पूजनीय देवता है.
- सहरिया जनजाति सर्वाधिक बारां में किशनगंज एवं शाहबाद तहसील में निवास करती है.
- बारां जिले के दुगेरी और रेलावन स्थानो पर आहड़कालीन ताम्रयुगीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए है.
- यहाँ फूलदेवरा (मामा-भांजा) का मंदिर स्थित है जो वास्तव में एक शिवालय है जिसमें कहीं भी चूने पत्थर का प्रयोग नहीं हुआ है.
- मांगरोल बारां में टेरीकॉट खादी बुनाई तथा ढ़ाई कड़ी के दोहों की रामलीला के लिए प्रसिद्ध है.
- बारां जिले में तेली क मंदिर श्रीनल गाँव में स्थित है, यह मंदिर भगवन विष्णु को समर्पित है.
बाराँ जिले की घूमने लायक जगह
- गुगोर क़िला
- काकूनी मन्दिर समूह
- कपिलधारा
- कन्या दह-विलासगढ़
- सूरज कुण्ड
- तपस्वियों की बगीची
- नाहरगढ़ क़िला
- सोरसन माताजी मन्दिर
- सीताबाड़ी
- सोरसन वन्यजीव अभ्यारण्य
- शेरगढ़ अभ्यारण्य
- शेरगढ़ किला
- रामगढ़ भंडदेवरा मंदिर
- शाहबाद क़िला
- पिपलाद का क्रिसमस मेला
- बाबाजी राज मंदिर
- कांथी माला
- तेली का मंदिर
- मंगरोल
- छाबड़ा
- अटरू
- बाणगंगा नदी
- अवमीजी की बावड़ी
- बड़गांव की बावड़ी
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Overview
Name | Baran |
Old Name | Varaha Nagari |
Nickname | Spice City |
Who founded | Solanki Rajput |
when was the establishment? | 14th-15th century |
Geography and climate | Semi-dry |
Language | Hindi, English, Rajasthani |
What is the district famous for | Famous for spices, old Stepwells, beautiful temples, and palaces |
Country | India |
Tourist Places | Shergarh Fort, Christmas Fair of Piplad, Virgin Neehad, Babaji Raj Temple, and Bhanddevra Temple are based in Khajuraho style and were built in the 10th century. Or Kanthi Mala, Teli Ka Mandir. And Mangrol, Chhabra, Shahbad, Sitabari, Susan, Atru, Banganga river, Nahargarh fort, Avmiji’s stepwell, Badgaon’s stepwell |
Population | Approx 13 Lakh |
State | Rajasthan |
Name Of Member Of Parliament | Dushyant Singh (BJP) |
Area | 6992 sq km |
Assembly area | Anta, Baran-Atru, Chhabra, Kishanganj |
Post Category | Baran History Tourist Places And Amazing facts |
FAQs
Ans- कपिलधारा तीर्थ स्थल राजस्थान के बारां जिले में स्थित है.
Ans- राजस्थान के बारां जिले में सोयाबीन का उत्पादक प्रमुख रूप से होता हैं.
Ans- अंता गैस विद्युत केंद्र राजस्थान के बारां जिले में स्थित है.