Kota History & famous tourist places-: दोस्तों आप यहाँ जानेगे देश की शिक्षा नगरी कोटा का इतिहास, कोटा के फेमस लोग और कोटा किन किन चीजों के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. तो बने रहे है हमारे साथ अंत तक, क्यों की आज हम कोटा की वो जानकारी शेयर करेंगे जो आज से पहले आपको शायद ही पता होगी.
राजस्थान के जिलों का इतिहास और पर्यटक स्थल और रोचक जानकारी
History Of Kota (कोटा का इतिहास)
कोटा की स्थापना राजा माधो सिंह ने 1625 ईस्वी में की थी. उम्मेद सिंह द्वितीय को आधुनिक कोटा का निर्माता कहा जाता है और इनको कोटा का शाहजहां भी कहा जाता है. कोटा को राजस्थान का कानपूर भी कहा जाता है. साथ ही राजस्थान और भारत की शिक्षा नगरी भी कहते है. कोटा के अन्य उप नाम इस प्रकार है, अधोगिक नगरी, उधानो का नगर और नन्द गांव प्रमुख है. कोटा चम्बल नदी पर बसा एक खूबसूरत शहर है. कोटा का दशहरा का मेला पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, इस मेले को देखने के लिए देश विदेश से लाखो लोग हर साल आते है.
What is Kota famous for?(कोटा किस लिए प्रसिद्ध है?)
कोटा मुख्य रूप से शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है. साथ ही कोटा अपने चमड़े के उधोग और सीमेंट उधोग के लिए प्रसिद्द है. कोटा शहर चम्बल नदी के किनारे बसा हुआ है. यहाँ पर घडिलायो के संरक्षण कई योजना पर काम चल रहा है. कोटा में उधान बहुत है, इस लिए इसको राजस्थान का उधानो की नगरी भी कहते है. यहाँ मथुराधीश का मंदिर है, जो मथुरा-वृन्दावन के बाद बाद भगवन श्रीकृष्ण के सांवरिया रूप का यह सबसे बड़ा मंदिर है. इसके अलावा खड़े गणेश जी मूर्ति भी कोटा में है. जय हिन्द कोटा में प्रकाशित प्रसिद्ध समाचार पत्र है. इसके आलावा कोटा का दसहरा का मेला बहुत प्रसिद्ध. बात अगर खाने पिने की करे तो कोटा की कचोरी और पोहा के तो क्या कहने, यहाँ आने वाले पर्यटक को कोटा की कचौड़ी और पोहा जरूर खाना चाहिए.
महाराव भीमसिंह द्वितीय कोटा राज्य के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने कोटा को भारत संघ में मिलाने की स्वयं पेशकस की थी. उम्मेद सिंह द्वितीय ने कोटा के दशहरा मेला को प्रसिद्धि दिलाई थी.
राजस्थान के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
Summary
नाम | कोटा |
उपनाम | भारत की शिक्षा नगरी, अधोगिक नगरी, उधानो का नगर और नन्द गांव, राजस्थान का कानपूर |
स्थापना | 1625 ईस्वी |
स्थापना किसने की | राजा माधो सिंह |
राज्य | राजस्थान |
जिला | कोटा |
तहसील | कोटा |
किस लिए प्रसिद्ध है | शिक्षा, दसहरा मेला, चम्बल नदी, चमड़े के उधोग और सीमेंट उधोग, खड़े गणेश जी मूर्ति, कचौड़ी |
भाषा | हिंदी, मारवाड़ी, ढूंढारी, राजस्थानी, इंग्लिश |
पर्यटक स्थल | अभेदा महल, सेवन वंडर्स पार्क कोटा, दर्रा वन्य जीव अभयारण्य कोटा, किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस कोटा, शिवपुरी धाम कोटा, कोटा बैराज, चंबल गार्डन, बृजविलास पैलेस सरकारी संग्रहालय, खड़े गणेश जी का मंदिर, कंसुआ शिव मंदिर कोटा, गरडिया महादेव कोटा, बूंदी की रानी जी की बावड़ी, कोटा गढ़ पैलेस म्यूजियम, गोदावरी धाम, गैपरनाथ जल प्रपात कोटा, राव माधोसिंह संग्रहालय कोटा, मथुराधीश मंदिर |
सांसद का नाम | श्री ओम बिरला |
चुनावी क्षेत्र/तहसील | कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, पीपलदा, रामगंज मंडी, सांगोडी |
पोस्ट श्रेणी | कोटा इतिहास और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (Kota History & famous tourist places) |
Kota me ghumne layak jagah (कोटा के प्रमुख पर्यटन स्थल)
आज कल कोटा के प्रमुख पर्यटन स्थल में सेवन वंडर है. इसके अलावा कोटा में कोटा का किला, कोटा बांध,कोटा बैराज, आलणिया बाँध, क्षार बाग की छतरियाँ, नेहरखाँ की मीनार, कोटा चित्र शैली. और मंदिरो में भद्राणी माता मंदिर, काकूनी मंदिर, महावीरजी का मंदिर, विभीषण मंदिर, मथुराधीश का मंदिर,गणेश जी का मंदिर प्रमुख पर्यटक स्थल है.
- गरड़िया महादेव मंदिर पैलेस (Gardia Mahadev Mandir Palace)
- कंसुआ मंदिर (Kansua Temple)
- गोदावरी धाम (Godavari Dham)
- महाराव माधो सिंह संग्रहालय (Maharao Madho Singh Museum)
- अभेदा महल (Abheda Mahal)
- गैपरनाथ मंदिर (Gaiparnath Temple)
- DAD देवी मंदिर (Dad Devi Temple)
- मथुराधीश मंदिर (Mathuradheesh Mandir)
- कर्णेश्वर मंदिर (Karneshwar Temple)
- अलीनिया Dam (Alnia Dam)
- मुकुंदरा टाइगर रिजर्व (Mukundara Tiger Reserve)
- जगमंदिर पैलेस (Jagmandir Palace)
- चरण चौकी (Charan Chauki)
- कोटा बैराज (Kota Barrage)
- चंबल उद्यान (Chambal Garden)
- सेवन वंडर पार्क (Seven Wonder Park)
- खड़े गणेश जी मंदिर (Khade Ganesh Ji Temple)
Famous people of Kota (कोटा के प्रसिद्ध व्यक्ति)
उम्मेद सिंह द्वितीय
उम्मेद सिंह द्वितीय- महाराव उम्मेद सिंह द्वितीय ने 50 वर्ष से भी अधिक समय तक कोटा राज्य पर शासन किया. इनको आधुनिक कोटा का निर्माता कहा जाता है. इनको निर्माण कार्यो की दृष्टि से कोटा का शाहजहाँ कहा जाता है. इनका शासनकाल कोटा के इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है. डेविड, डच निवासी, उम्मेद सिंह ने इन्हें सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख स्टेट इंजीनियर के पद पर नियुक्त किया. उम्मेद क्लब (यादघर), कर्जन वायली मेमोरियल हॉल (महात्मा गांधी भवन), हर्बर्ट कॉलेज, बादल महल, अलसी बंगला, चन्द्रमहल का निर्माता उम्मेद सिंह को माना जाता है. इनके निर्माण में खीमच की एक विशेष खान से निकाला गया सफेद पत्थर काम में लिया गया.
प्रो. प्रभुलाल भटनागर
इन्हें सर्वाधिक ख्याति बोटमैन समीकरण के संदर्भ में दिये गये बी.जी.के. मॉडल से मिली. भटनागर की खोज नॉन-न्यूटोनियन द्रवों की श्यानता (विस्कॉसिटी) ज्ञात करने की विधि का आधार बनी. 1968 में भारत सरकार ने इन्हें पद्यभूषण से सम्मानित किया.
महाराव भीमसिंह
कोटा के महाराव भीमसिंह द्वितीय नरेशों में संत और संतों में नरेश के रूप में प्रसिद्ध थे. कोटा के भीमसिंह द्वितीय पहले व्यक्ति थे. जिन्होंने कोटा राज्य का भारतीय संघ में विलय का प्रस्ताव स्वयं आगे बढ़कर सबसे पहले रखा तथा सबसे पहले राजस्थान यूनियन का निर्माण किया. महाराव ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का प्रतिनिधित्व किया. ये 1944 में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान कोटा उम्मेद इन्फेन्ट्री का निरीक्षण करने ईरान गये. इन्हें विश्व के सर्वाधिक आयु के वरीयतम शूटर्स का खिताब दिया गया था. 1971 में इन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. ये हाड़ौती के प्रथम तथा सर्वाधिक अलंकृत खिलाड़ी थे.
भुवनेश्वरी कुमारी
इन्हें 1969 में तथा इनके पिता कोटा के महाराव भीमसिंह को 1971 में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त हुआ.
डॉ. राजीव गुप्ता
प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ, इन्होंने पहली बार यह सिद्ध किया कि हृदय रोग से पीड़ित रोगियों में मृत्यु के भावी खतरे को निश्चित करने के लिए ट्रेडमिल एक्सरसाइज स्टैªस टेस्ट का प्रयोग किया जा सकता है.
एक. ए. थॅामस
प्रसिद्ध समाज सेवी, इम्मानुअल बाईबल कॉलेज, कोटा के संस्थापक, इन्हें वर्ष 2001 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
अजमेर सिंह
हरियाणा में जन्में, कोटा इनकी कर्मस्थली रहा, अजमेर सिंह प्रसिद्ध बास्केटबॉल खिलाड़ी रहे हैं.
रेखा राठौड़
एक प्रसिद्ध कुश्ती खिलाड़ी.
Geographical Features Of Kota (कोटा की भौगोलिक विशेषताएँ)
कोटा जिले की अवस्थिति 24025 से 25051 उत्तरी अक्षांश तथा 75035 से 77029 पूर्वी देशांतर के मध्य है. कोटा चम्बल नदी के तट पर स्थित है. हाड़ौती कोटा, बूँदी क्षेत्र इसके चारो और है. कोटा की प्रमुख नदियाँ चम्बल, कालीसिंध, पार्वती, आहू, परवन, निमाज और अंधेरी है. अवनालिका अपरदन कोटा जिला इस कंदरा समस्या से ग्रसित है. यहाँ के प्रमुख बाँध जवाहरसागर, कोटा बैराज, आलणिया बाँध. सिंचाई परियोजना में सावन भादो लिफ्ट व हरिशचन्द्र सागर सिंचाई योजना कोटा में हैं.
बिलास सिंचाई परियोजना – कोटा जिले के मानगढ़ गांव के पास बिलास नदी पर स्थित है. ताखली बाँध परियोजना – राज्य सरकार ने ताखली नदी पर इस परियोजना को 30 जनवरी 2005 में स्वीकृति दी. स्वतंत्रता के बाद यह कोटा जिले की प्रथम सिंचाई परियोजना है जिसे सरकार ने स्वीकृत किया है.
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Kota Zoo (कोटा जंतुआलय)
कोटा जंतुआलय-1954 ई. में स्थापित यह जन्तुआलय राजस्थान का सबसे नवीन जंतुआलय है. जवाहर सागर अभयारण्य- यहाँ मगरमच्छ पाए जाते है. राज्य सरकार ने 1975 में जवाहर सागर अभयारण्य की घोषणा कर घड़ियाल सरंक्षण में सबसे पहले प्रयत्न किया. चम्बल घड़ियाल अभयारण्यकोटा में स्थित, उपनाम-घड़ियालों का संसार भी कहते है. राजस्थान सरकार ने इसे 16 जुलाई, 1983 को राष्ट्रीय घड़ियाल अभयारण्य घोषित किया. यह अभयारण्य कोटा (सर्वाधिक), सवाईमाधोपुर, बूँदी, धौलपुर और करौली जिलों में हैं. इसमें ऊदबिलाव भी पाये जाते हैं. गांगेय सूंस उत्तर भारतीय नदियों में पाया जाने वाला एक विशिष्ट स्तनपायी है जो इस अभयारण्य की खास पहचान है. देश की एकमात्र नदी सेंक्च्युरी चंबल है. यह क्षेत्र की पूर्णतया प्रदूषण रहित नदी हैं तथा यहाँ मानव निर्मित कोई भी वस्तु दिखाई नहीं देती है.
छत्र विलास उद्यान- वर्तमान में छत्र विलास उद्यन को उम्मेद क्लब के नाम से जाना जाता है. यह राजस्थान का सबसे बड़ा उद्यान हैं. सर्प उद्यान उत्तरी भारत का प्रथम सर्प उद्यान कोटा में स्थित है. चम्बल उद्यान राजस्थान में जापानी ढ़ंग से बना एकमात्र उद्यान, घटियाल की सुरक्षा के लिए स्थापित. अहिंसा वाटिका वर्ष 1993 मे चंबल उद्यान के सामने स्थापित, स्पाइस पार्क राज्य का पहला स्पाइस पार्क कोटा’ में है.
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FAQs
Ans- For JEE, AIEEE, NEET, NEET, and AIIMS Exam Coaching Kota is the Hub of Education.
Ans- KOTA (कोटा).
Official Website Of Kota Tourism
Name | Kota |
Nickname | Education City, Industrial City, Garden City, and Nand Village |
Who founded | Raja Madho Singh |
when was the establishment? | 1625 |
Geography and climate | Semi arid climate |
Language | Hindi, Marwadi, English, Rajasthani |
What is the Kota district famous for | Old Fort, Leather Industry and Cement Industry, Education, Chambal Barrage, Old Temples, Dussehra Fair |
Country | India |
Tourist Places | Godavari Dham, Maharao Madho Singh Museum, Abheda Mahal, Mathuradheesh Mandir, Kota Barrage, Seven Wonder Park, Khade Ganesh Ji Mandir |
Population | Approx 12 Lakh |
State | Rajasthan |
Name Of Member Of Parliament | Om Birla (BJP) |
Area | 570.4KM |
Assembly area | Kota North, Kota South, Ladpura, Pipalda, Ramganj Mandi, Sangod |
ग्राम दीपपुरा तहसील लाडपुरा जिला कोटा में मुरली मनोहर मंदिर व राजकीय बगीचे का सम्पूर्ण इतिहास पता करना है ये बगीचा किसने व कब बनवाया गया था राजा व रानी का नाम व पूरी कहानी पता करनी है प्लीज हेल्प 99@@@@@@@@
रामविलास सुमन जी हम इसके बारे में जानकारी जुटा रहे है, आपको जल्दी यहाँ शेयर करेंगे, और आप साथ ही मुरली मनोहर मंदिर के पुजारी जी से भी इसके बारे में बात कर सकते है