Pabuji- दोस्तों हम यहाँ शेयर कर रहे है. राजस्थान के पांच लोक देवताओ में से एक पाबूजी महाराज का जीवन परिचय और चमत्कार एवं उनकी मान्यताये. एक अनुयायी होने के नाते हर किसी के मन में बहुत से सवाल चलते है. जैसे, पाबूजी का जन्म कब और कहां हुआ था?. पाबूजी का जन्म कैसे हुआ था?. पाबूजी महाराज कौन थे?. पाबूजी का जन्म कौन से जिले में हुआ था?. केलमदे कौन थी?. पाबू जी के गुरु का नाम क्या था?. पाबूजी महाराज की पत्नी का नाम क्या था?. पाबूजी राठौड़ की मां का क्या नाम था?. लोक देवता पाबूजी महाराज की विचित्र जानकारी के लिए इस पेज को अंत तक पढ़े.
पाबूजी कौन थे?
पाबूजी एक महान संत और योद्धा था. जो राजस्थान में गाय हत्या के लिए कई युद्ध लड़े और इन्होने गायो की रक्षा हेतु अपने प्राण त्याग दिए थे. आप राजस्थान के पांच लोक देवता में से एक है. पाबूजी जी देवल चारणी की गायों को छुड़ाते हुए सन 1276 ईस्वी में वीर गति को प्राप्त हुए. लोक देवता पाबूजी को भगवान श्री लक्ष्मण जी का अवतार भी माना जाता है.
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Summary
नाम | पाबूजी (Pabuji) |
उपनाम | ऊंट का देवता, लक्ष्मण जी का अवतार, प्लेग का देवता और हाड़ -फाड़ देवता |
जन्म स्थान | जोधपुर जिले के फलोदी में कोलू गाँव |
जन्म दिनांक | सन 1239 ईस्वी |
पिता का नाम | श्री धाँधल जी राठौड़ |
माता का नाम | श्रीमती कमलादे |
गुरु का नाम | समरथ भारती |
पुस्तक/रचना | पाबू प्रकाश |
पत्नी का नाम | श्रीमती सुपियार/फुलम दे भी था |
घोड़ी का नाम | केसर कालमी |
पेशा | लोक देवता, संत, समाज सेवा, गाय रक्षक |
बहनों के नाम | सोनल बाई/पेमल बाई |
पाबूजी के भाईयो के नाम | बुडोजी |
वंस | राठौड़ |
राज्य | राजस्थान |
मृत्यु | सन 1276 |
पोस्ट पोस्ट श्रेणी | Pabuji/पाबूजी का जीवन परिचय |
पाबूजी का जन्म और परिचय (Pabuji Birth and introduction)
पाबूजी महाराज का जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले के फलोदी में कोलू नामक गांव में सन 1239 में राठौड़ वंस के दुर्ग विजेता श्री धाँधल जी राठौड़ के घर हुआ था. Pabuji जी की माता का नाम कमलादे था. पाबूजी महाराज की पत्नी का नाम सुपियार था. पाबूजी महाराज बचपन से ही तेजस्वी, और परकर्मी थे. पाबूजी महाराज की वीर गति, जायल के राजा जीन्दराव खींची ने देवल चारणी की गायों का अपहरण कर लिया था. इस लिए पाबूजी जी देवल चारणी की गायों को छुड़ाते हुए सन 1276 में वीर गति को प्राप्त हुए. लोक देवता पाबूजी को भगवान श्री लक्ष्मण जी का अवतार भी माना जाता है.
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पाबूजी की शादी किससे हुई? (With whom did Pabuji get married?)
पाबूजी महाराज की शादी तत्कालीन अमरकोट (अब पाकिस्तान ) के राजा सुरजमल सोढ़ा की पुत्री सुप्यारदे से हुआ था. Pabuji की पत्नी का दूसरा नाम फुलम दे भी था. पाबूजी गौ माता रक्षा के लिए जाते वक्त चवरी में बैठी अपनी पत्नी सुपियार दे से कहा था.
सोढ़ी आखर साँच रा, चित प्यारी सुण लेज.
म्हारो आवै मोळियो, जिण दिन करो न जेज.
क्या पाबूजी ऊंट के देवता हैं? (Is Pabuji the god of camel?)
हां दोस्तों, पाबूजी को राजस्थान ऊंट का देवता भी कहते है. आज भी ऊंट बीमार होने पर पाबूजी महाराज की पूजा की जाती है. दोस्तों राजस्थान में ऊंट लाने का श्रेय पाबूजी महाराज को जाता है. पाबूजी को ऊंट का देवता, प्लेग का देवता और हाड़ -फाड़ देवता भी कहते है.
राजस्थान की भोपा जनजाति पाबूजी के आराध्य देव मानती है. भोपा जनजाति में किसी की मनोकामना पूरी होने पर. भोपा और भोपियो द्वारा पाबूजी की फड़ गायी जाती है.
केसर कालमी (Kesar Kalmi)
लोक देवता पाबूजी घोड़ी का नाम केसर कालमी था यह बायीं ओर झुकी पाग के लिए प्रसिद्ध थी.
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पाबू प्रकाश (Pabu Prakash)
राजस्थान के लोक देवता और पांच पीरो में एक पाबूजी महाराज पर आशिया मोड़जी द्वारा लिखित ग्रन्थ है पाबू प्रकाश. इसके विस्तार से पाबूजी महाराज की वीरगाथा और फड़ का वर्णन है.
थाली नृत्य (Plate dance)
लोक देवता पाबूजी महाराज के अनुयायियों द्वारा थाली पर किया जाने वाला नर्त्य ही थाली नृत्य कहलाता है. रेबारी जाती के लोग पाबूजी के सब से जायदा मानते है.
मिर्जा खां (mirza khan)
लोक देवता पाबूजी महाराज के समय mirza khan पाटन के राजा था. इनके राज्य में गावउ हत्या बहुत होती थी. पाबूजी महाराज ने गावउ हत्या रुकवाने mirza khan लड़ाई लड़ी और मिर्जा खां हरा दिया और इस प्रकार पाटन में गाय हत्या पर रोक लगी.
दूदा सूमरा(duda sumra)
दूदा सूमरा मुल्तान (अब पाकिस्तान में) का शासक था. यह प्रमुख हिन्दू-द्रोही था. पाबूजी महाराज ने दूदा सूमरा से युद्ध किया और इसे परास्त किया.
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Frequently Asked Questions
Ans- पाबूजी को भगवान राम के छोटे भाई भगवान लक्ष्मण अवतार माना जाता है.
Ans- पाबूजी महाराज के मुख्य शिष्य रेबारी होते है.
Ans- पाबूजी ने अपना जीवन गौ रक्षा के लिए त्याग दिया था.
Ans-राजस्थान के लोक देवता पाबूजी महाराज का जन्म जोधपुर के फलोदी तहसील के कोलू गांव में सन 1239 में एक राठौड़ वश में हुआ.
Ans- पाबूजी ऊँटों के देवता है.
लोक देवता तेजाजी महाराज जीवन परिचय
Rajasthan Tourism Official Website
Pabuji’s birthplace | Kolu in Phalodi of Jodhpur district |
Pabuji Father Name | Mr. Dhandhal ji Rathod |
Pabuji Mother Name | Mrs. Kamalade |
Pabuji Wife Name | Mrs. Supiyar/Phulam De was also |
Pabuji’s mare name | Kesar Kalmi |
Pabuji Sisters Name | Sonal Bai / Pemal Bai |
Brother Name Of Pabuji | badoji |