दोस्तों हम यहाँ रामदेव जी पीर (Ramdev Ji Peer), रामसा पीर की वो रोचक जानकारी शेयर करेंगे जिसके बारे शायद ही आपको पता हो. राजस्थान के लोक देवता रामसा पीर के नाम से भी जाने जाते है. दोस्तों रामदेव जी की पूजा राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, सिंध पाकिस्तान और गुजरात सहित विभिन्न भारतीय राज्यों में की जाती है. राजस्थान के रामदेवरा जैसलमेर की दरगाह में भाद्रपद शुक्ल पक्ष द्वितीया से दशमी के दिन भव्य मेला लगता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं. रामदेव जी चौदहवीं शताब्दी में शासक थे, जिसके पास चमत्कारी शक्तियाँ थीं. उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया. भारत में कई समाज उन्हें अपने पीठासीन देवता के रूप में पूजते हैं.
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Summary
नाम | बाबा रामदेव जी (Ramdev Ji Peer) |
उपनाम | रामदेव पीर/रामसा पीर/अजमल जी रा कंवर |
जन्म तारिक | विक्रमसंवत 1409 में चैत्र सुदी पंचमी |
जन्म स्थान | रुणिचा बाड़मेर की शिव तहसील का गांव |
पिता का नाम | अजमल जी तंवर |
माता का नाम | मैणादे |
समाधि स्थल | रामदेवरा |
बहन का नाम | सुगना बाई |
डाली बाई | डाली बाई मेघवाल समाज की धर्म बहन |
पत्नी का नाम | निहाल दे (नेतल दे ) |
गुरु का नाम | बालीनाथ |
वंस | तंवर राजपूत |
अवतार | श्रीकृष्ण |
धर्म | हिन्दू |
देश | भारत |
राज्य | राजस्थान |
जिला | बाड़मेर |
मृत्यु | विक्रम संवत 1442 में भादवा सुदी एकादशी समाधि |
पोस्ट श्रेणी | Ramdev Ji Peer (रामदेवजी के चमत्कार जीवन परिचय) |
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रामदेव जी को किस का अवतार माना जाता है?
श्रीकृष्ण का अवतार माने जाते हैं रामदेव जी– विक्रमसंवत 1409 में चैत्र सुदी पंचमी को रूणिचा के राजा अजमाल तंवर के घर अवतरित बाबा रामदेव ने विक्रम संवत 1442 में भादवा सुदी एकादशी को समाधि ली. 33 वर्ष के अल्प काल में आपने कई चमत्कार किए. लोग उन्हें साक्षात कृष्ण का अवतार मानते हैं. बाबा रामदेव ने अपने जीवनकाल के दौरान 24 चमत्कार (परचे) किये /दिए जिन्हें लोग लोकगाथाओं में बाबा रामदेव के भक्तगण आज भी बड़े चाव से गाते हैं.
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उण्डू काश्मीर
राजस्थान के बाड़मेर में शिव तहसील का गांव उण्डू काश्मीर बाबा रामदेव जी का जन्म स्थान है.
डाली बाई
डाली बाई मेघवाल समाज की कन्या थी. और बाबा रामदेव जी की धर्म बहन थी डाली बाई. और डाली बाई ने रामदेव जी से एक दिन पहले समाधी ली थी.
सुगना बाई
सुगना बाई बाबा रामदेव जी की सगी बहन थी. और सुगना बाई की शादी पूंगलगढ़ के पड़िहार राव श्री विजय सिंह से हुवा था.
रिखिया किसे कहा जाता है?
बाबा रामदेव जी के मेघवाल समाज के भगतो को रिखिया कहा जाता है.
बालीनाथ कौन थे? (Who was Balinath?)-
पीर बाबा रामदेव जी के गुरु का नाम बालीनाथ था.
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What Is Jama Jagaran? (जम्मा जागरण क्या था?)–
बाबा रामदेव जी द्वारा समाज के अस्पर्श और शोषित और सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जनजागृत अभियान जिसके तहत बाबा रामदेव जी रात में विश्राम के दौरान गांव में शोषित और अस्पर्श व्यक्ति के घर रुकते और उनके यहाँ जागरण करते थे. अछूत के घर में बाबा रामदेव जी द्वारा भजन कृतन युक्त ये रात्रि जागरण ही जम्मा जागरण कहलाया. इस जम्मा जागरण के द्वारा बाबा रामदेव जी ने हिन्दू समाज की सक्ति को एक किया और उनकी यूनिटी पर बल दिया था.
What is conversion? (मतांतरण किसे कहते है?)
पश्चिम भारत में हिन्दू समाज के लोगो का इस्लामीकरण रोकने में सब से बड़ा योगदान पाबूजी महराज और श्री बाबा रामदेव जी को जाता है. पीर बाबा रामदेव जी द्वारा हिन्दू से मुस्लिम लोगो को शुद्धि कर उनको वापस हिन्दू धर्म में दीक्षित करने हेतु चलाये हुए इस अभियान को परावर्तन भी कहते है.
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कामड़िया पंथ
कामड़िया पंथ- बाबा रामदेव जी ने कामड़िया पंथ प्रारम्भ किया था.
देवरा किसे कहा जाता है?
पीर बाबा रामदेव जी के मंदिर को देवरा कहा जाता है. बाबा रामदेव जी के मंदिर पर पांच रंग का एक झंडा होता है. इस झंडा को “नेजा” कहा जाता है. और “नेजा” ही मंदिर पर फेरया जाता है.
जातरू किसे कहते है?
जातरू बाबा रामदेव जी के प्रिय भगत होते है जो देवरा तक पैदल जाते है.
Family Details Of Baba Ramdev Ji Peer
Birthplace Of Ramdev Ji | Runicha Rajasthan |
Ramdev Ji Mother Name | Rani Mainaldevi daughter of the king of Jaisalmer |
Ramdev Ji Father Name | Ajmal Ji Tanwar |
>Ramdev Ji wife’s name | Nihal de (Netal de) |
Ramdev Ji Sister Name | Sugna Bai |
Name of the religious sister of Ramdev Ji Peer | Dali Bai |
When was Ramdev Ji born? | Chaitra Sudi Panchami in Vikram Samvat 1409 |
पीर बाबा रामदेव जी के मंदिर कहाँ कहाँ स्थित है?-
वैसे तो राजस्थान और हरियाणा गुजरात और पंजाब में हर जगह आप को बाबा रामदेव जी के मंदिर देखें को मिलगे. पर हम यहाँ कुछ बड़े बाबा रामदेव जी के मंदिर के नाम और जगह शेयर कर रहे है.
Jaisalmer District in Rajasthan (Ramdevra).Chittorgarh Rajasthan (Surta Kheda)Jodhpur Rajasthan (Masuria).Jodhpur Rajasthan (Adharshila). Jhunjhunu Nawalgarh Rajasthan (Baba Ramdev Ji Temple).
जैसलमेर जिला राजस्थान में (रामदेवरा) . चित्तौड़गढ़ राजस्थान (सुरता खेड़ा ). जोधपुर राजस्थान (मसूरिया).जोधपुर राजस्थान (अधरशिला ) झुंझुनू नवलगढ़ राजस्थान (बाबा रामदेव जी मंदिर )
Ramdevra (Runicha)-
रामदेवरा राजस्थान के जैसलमेर जिले में पोखरण के उत्तर में लगभग 12 किमी दूर स्थित एक गाँव है. जहा पर बाबा रामदेव जी ने समाधि ली थी. Ramdevra is a village located about 12 km north of Pokhran in the Jaisalmer district of Rajasthan. Where Baba Ramdev Ji took samadhi.
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रामदेव जी के चमत्कार संत बाबा रामदेव के परचे
रामदेवजी पीर के समाधि स्थल रामदेवरा से 12 किलोमीटर स्थित एक पांच पीपलों से युक्त पेड़ है. रामदेवजी के 24 परचों में से एक इस परचे का सम्बन्ध यहाँ प्रसिद्धस्थल पंच पिपली से भी है. इसी संबंध में कहा जाता है कि रामदेवजी की परीक्षा के लिए मक्का-मदीना से पांच पीर रामदेवरा आए और बाबा रामदेवजी के अतिथि बने. जब भोजन का समय आया तो उन्होंने अपने स्वयं के कटोरे के अलावा किसी अन्य बर्तन में भोजन न ग्रहण कर पाने का प्रण दोहराया. तो बाबा रामदेव जी ने अपनी दाईं भुजा को इतना लंबा बढ़ाया कि वहीं बैठे-बैठे मक्का-मदीना से उनके कटोरे वहीं मंगवा दिए. उन पांचो पीरों ने उसी समय रामदेव जी को अपना गुरु (पीर) माना और वहीं से रामदेवजी का नाम रामसा पीर पड़ा और बाबा को ‘पीरो के पीर रामसापीर’ की उपाधि भी प्रदान की थी.
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Frequently Asked Questions
Ans- पीर बाबा रामदेव जी का मेला हर साल हिन्दू वर्ष के भाद्र शुक्ल दिर्तीय से एकादसी तक बहुत बड़ा मेला रूणिचा रामदेवरा जैसलमेर राजस्थान में लगता है.
Ans- राजस्थान के लोकदेवता बाबा रामदेव जी के भजनो को ब्यावला बोलते है.
Ans- बाबा रामदेव जी के द्वारा रचित रचना को चौबीस वाणियाँ कहते है.
Ans- बाबा रामदेव जी की पत्नी का नाम निहाल दे था (नेतल दे ) जो अमरकोट अभी पाकिस्तान में स्थित है की रहने वाली थी.
Ans- बाबा रामदेव जी के घोड़े का रंग नीला था.
Ans- पीर बाबा रामदेव जी के पापा का नाम अजमल जी तंवर है. और उनकी माता का नाम रानी मैणादे देवी है, जो जैसलमेर के राजा की बेटी थीं.