History of Salasar Balaji Temple | सालासर बालाजी चमत्कार

By | December 6, 2023
History of Salasar Balaji Temple
History of Salasar Balaji Temple

दोस्तों हम आपको बताने जा रहे है, सालासर धाम चूरू की वो रोचक जानकारी जिसके बारे में आज से पहले शायद ही आपको मालूम हो. सनातन धर्म को मानने वालों और दूसरे धर्मों को मानने वालों की एक धार्मिक जगह सालासर धाम. सालासर बालाजी भगवान हनुमान मंदिर राजस्थान के चुरू जिले के सालासर शहर में स्थित है. हनुमान भक्तों के लिए एक बहुत प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है. भारत और भारत के अलावा दुनिया भर से लाखों लोग हैं जो साल भर भगवान हनुमान की पूजा करने आते हैं. Salasar Balaji भगवान हनुमान मंदिर पुराने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है. इस मंदिर का वर्णन हिंदू धार्मिक ग्रंथों में मिलता है. सालासर बालाजी की मान्यता है यहां जो भी आता है खाली हाथ नहीं जाता. क्यों की हनुमान जी भगवन मानने वालों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.

सालासर मंदिर चूरू lockdown 2021 के बाद भगतो के लिए खोल दिया गया है. जो कोई भी सालासर मंदिर चूरू के दर्सन करना चाहते है वो अब जा सकते है. सालासर मंदिर में उन्ही भगतो को इजाजत होगी जो वैक्सीन की डोज लगा ली हो और मास्क लगा रखा हो.

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सालासर बालाजी चूरू का इतिहास

पुरानी कथाओ में ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री राम ने हनुमान जी से लगभग 500 साल पहले एक बार इस कलयगु में यहां दर्शन दिए थे. और उन्हें यहां के सभी दर्द, और दुःख लोगों को ठीक करने का आदेश दिया था. तक भगवन राम ने हनुमान जी को लोगों के सभी रोग ठीक करने के लिए कहा था. जो उसके दरवाजे पर आते हैं. भगवान श्री राम ने हनुमान जी को अपनी दिव्य शक्तियां प्रदान की थीं. तब से आज तक कलयुग में भी हनुमान जी में आस्था रखते है भुत प्रताप, पिसाच और काली जादू शक्तियों के अधीन हैं और इनका खत्म करते आ है.

कहावत है एक दिन एक ब्राह्मण ने अपने सपने में श्री हनुमान जी को देखा. जो ब्राह्मण को पहाड़ी के नीचे कहीं खुदाई करने का आदेश दे रहे थे. हनुमान जी के निर्देशानुसार ब्राह्मण ने वहाँ जाकर भूमि की खुदाई की और कुछ जमीन खोदने के बाद उन्हें हनुमान जी की एक मूर्ति मिली जो बाल रूप में थी. हनुमान जी ने अपने बाल रूप में ब्राह्मण को आदेश दिया कि वे वहां एक मंदिर का निर्माण करें और वे उन सभी प्रभावित लोगों को ठीक कर देंगे, जो असाध्य रोग के कारण काला जादू या शोक या पीड़ित हैं.

चूंकि, बालाजी या हनुमान जी वहां मौजूद हैं और अब वहां एक बड़ा मंदिर बनाया गया. सभी राज्यों के लोग हनुमान जी और भगवान श्री राम के दर्शन के लिए आते हैं. कहा जाता है कि कलयुग में भगवान श्री राम भी वहां मौजूद हैं. तो, कलियुग प्रभाव से बचाव के लिए बालाजी/हनुमान जी वहां मौजूद स्पष्ट देवता हैं.

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Summary

नामसालासर बालाजी
उपनाममूछों वाले हनुमान जी का मंदिर, ईशरदास जी का मंदिर
मंदिर का नामश्री सालासर बालाजी धाम मंदिर
मंदिर स्थानसालासर चूरू
धर्महिन्दू वैदिक
मंदिर का पतासालासर चूरू
भगवान/देवताहनुमानजी
मंदिर शैलीद्रविड़ शैली
प्रसिद्धमुछो वाले हनुमान जी का संसार में एक मात्र मंदिर है, 300 साल से ज्यादा समय से अंखंड ज्योत प्रज्वलित
स्थापितश्री मोहनदास जी ने लगभग 500 साल पहले स्थापित किया (1811 ईस्वी)
आधिकारिक वेबसाइट
ईमेल आईडी
संपर्क संख्या
देशभारत
राज्य/संघ राज्य क्षेत्रराजस्थान
जिलाचूरू
पोस्ट श्रेणीSalasar Balaji (सालासर बालाजी)
History of Salasar Balaji Temple

Why is Salasar Mandir famous for? (सालासर मंदिर क्यों प्रसिद्ध है?)

  • सालासर बालाजी हनुमान मंदिर में लगभग 300 साल से ज्यादा समय से अंखंड ज्योत प्रज्वलित हो रही है जो अब भी बरकार है.
  • मुछो वाले हनुमान जी का संसार में एक मात्र मंदिर है.
  • कहा जाता है,इसको बनाने में मुस्लिम कारीगरों का योगदान था.
  • यहां आने वाले भगतो की हर मनोकामनाएं पूरी होती है.
  • कहाँ जाता है, इस मंदिर की मूर्ति चोरी करने वाले हनुमान जी के चमत्कारचोरी करते ही अंधे हो गए थे.

एक पुराणी कहावत है की एक बार हनुमान जी के एक पके भक्त थे श्री मान मोहनदास जी. इनकी भगति से प्रसन्न होकर बालाजी ने इन्हे मूर्ति रूप में प्रकट होने का वचन दिया था. कालान्तर में अपने वचन को पूरा करने के लिए हनुमान जी बालाजी नागौर जिले के आसोटा गांव में 1811 में प्रकट हुए.

सालासर बालाजी मंदिर मैं चूरमे का ही भोग क्यों लगाते है?

  • इसकी भी एक रोचक कथा है. नागौर जिला राजस्थान के आसोटा गांव में एक जाट खेत जोत रहा था तभी उसके हल की नोक किसी कठोर चीज से टकराई. उसे निकाल कर देखा तो एक पत्थर था. उस किसान जाट ने अपने अंगोछे से पत्‍थर को पोंछकर साफ किया तो उस पर हनुमान बालाजी की फोटो नजर आने लगी. इतने में किसान जाट की पत्नी खाना लेकर आई. उसने बालाजी के मूर्ति को बाजरे के चूरमे का पहला भोग लगाया. यही कारण है सालासर बालाजी में आज भी चूरमे का भोग लगता है.
  • कहते हैं की जिस दिन यह मूर्ति प्रकट हुई उस रात हनुमान जी ने सपने में आसोटा के Rajput को अपनी मूर्ति सालासर ले जाने के लिए कहा. दूसरी तरफ मोहन राम को सपने में बताया की जिस बैलगाड़ी से मूर्ति सालासर पहुंचेगी उसे सालासर पहुंचने पर कोई नहीं चलाए. जहां बैलगाड़ी खुद रुक जाए वहीं मेरी मूर्ति को स्‍थापि‌त कर देना. सपने में आदेश के अनुसार ही उस मूर्ति को वर्तमान बालाजी मंदिर के स्‍थान पर स्थापित किया गया था.
  • कहा जाता है की श्री सालासर बालाजी मंदिर का निर्माण मुस्लिम कारीगरो द्वारा किया गया था. कहा जाता है फतेहपुर से मुसलमान कारीगरो नूर मोहम्मद व दाऊ नामक कारीगरों को बुलाकर मंदिर बनवाया गया था. इस लिए इस मंदिर में आप सभी धरम के मामने वाले मिल जायेगे.

जो भगत राजस्थान में बालाजी आता है वो सोचता है. आये हुए है तो खाटू श्याम जी मंदिर के दर्सन भी हो जाये। ऐसे भगतों की साहयता के लिए हम. खाटू श्याम जी से बालाजी मंदिर सालासर और सालासर से खाटू श्याम जी मंदिर की दुरी का रोड किलोमीटर आदि साँझा कर रहे है.

Overview

NameSalasar Balaji
LocationSalasar Churu
ReligionHindu
Addressश्री हनुमान सेवा समिति सालासर एसबीआई बैंक के पास, बालाजी मंदिर के पास, राजस्थान 331506
GodShree Hanuman Ji
Mandir Open StatusYes, Open From September 2020
EstablishedAncient/1754 AD
Official Websitewww.salasarbalaji.org
Contact Number9549666555
State/UTRajasthan
History of Salasar Balaji Temple

Where is Salasar Balaji Temple locatedSalasar Churu
Who built the Salasar Balaji Temple?Mr. Mohandas
Muslim artisans built Salasar Balaji Temple.Yes, Muslim artisans Noor Mohammad and Dau

How far is Salasar Mandir from Jaipur? And How much Far From Delhi to Salasar mandir in Rajasthan?

For Hanuman Temple Balaji Churu Bhagat Convenience we are sharing the route via road in KM from Jaipur to Salasar Balaji mandir Churu. We also communicate Delhi to Salasar Balaji distance via car bus other transport.

From Location To LocationKM Distance
Delhi >>>>>>>Balaji Temple Salasar Mandir ChuruApprox 300 KM TO 310 KM Via Difference Road Route
Jaipur>>>>>>>Salasar Baba Manidr Salasar ChuruApprox 100 KM To 115 KM Via Difference Road Route
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How far is Salasar Balaji from Khatu Shyam ji? खाटू श्याम जी से सालासर बालाजी कितनी दूर है?

Distance Between Khatu Shyam Ji Sikar To Salasar Balaji Temple KM –Via NH52 And Salasar To Nani Road Is Approx 100 KM To 110 KM.

Tirumala Tirupati Devasthanams Mandier Official Website For More Updates

Salasar Balaji Manidr In Which State Of India?

सालासर बालाजी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य में चूर जिले के सालासर कसबे में स्थित है.

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FAQs

Q- Where Is Salasar Balaji Manidr?

Ans-Salasar Balaji Manidr In Rajasthan State Churu Dist In Salasar Town.

Q- Salasar Balaji Temple Open Now For Everyone?

Ans- Yes, After Coid-19, Salasar Balaji is Open now For Everyone some retraction or E-Token is mandatory. You Should check the Above Update Official website of Salasar Balaji Temple Churu.

Q-How far is Salasar Balaji from Khatu Shyam ji?

Ans- Approx 100 KM To 110 KM via road.

Q- मूँछों वाले बालाजी का मंदिर कहाँ स्थित है?

Ans- मूँछों वाले बालाजी का मंदिर राजस्थान के चूरू जिले के सालासर में है. ये पूरी दुनिया में एक मात्र मंदिर है जिसमे हनुमान जी की मूर्ति मुछ है.

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3 thoughts on “History of Salasar Balaji Temple | सालासर बालाजी चमत्कार

  1. Ram

    By bus pick the bus from delhi to jhunjhunu and then direct jhunjhunu to salasr

    Reply

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